सोनीपत। कारागार के बाथरूम में नाबालिग से दुष्कर्म करने के दोषी ने परना (गमछा) से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसे फंदे पर लटका देख मामले से कारागार प्रशासन को अवगत कराया गया। जिस पर पुलिस को सूचना दी गई। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया है। अस्पताल में न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया जाएगा। युवक के पास से सुसाइड नोट भी मिला बताया जा रहा है।
वीरवार सुबह करीब सवा सात बजे जिला कारागार में बंद नाबालिग से दुष्कर्म के दोषी गांव शेखपुरा निवासी अनूप उर्फ उत्तम ने बाथरूम में फंदा लगा लिया। जब अन्य बंदी बाथरूम में पहुंचे तो खिड़की में परना के सहारे फंदा पर लटका पाया। जिस पर उन्होंने कारागार प्रशासन को सूचित किया। कारागार प्रशासन ने सिटी थाना की कोर्ट कॉम्पलेक्स चौकी पुलिस को घटना की जानकारी दी। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सभी औपचारिकता पूरी कर शव को नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया है। जहां शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। बताया जा रहा है कि युवक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने खुद को निर्दोष बताया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अनूप दुष्कर्म के मामले में जिला कारागार में बंद था। उसके खिलाफ 12 दिसंबर, 2022 को एक महिला ने शिकायत दी थी कि आरोपी ने उनकी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया है। जिसमें अनूप को 8 जनवरी, 2023 को मुरथल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी का मामला कोर्ट में सुनवाई को लाया था। मृतक के ताऊ के बेटे अमित ने बताया कि अदालत ने 1 अप्रैल को उसके भाई को दोषी करार दिया था। उसे पहले 2 अप्रैल को सजा सुनाई जानी थी। 2 अप्रैल को उसे सजा सुनाने के लिए 4 अप्रैल की तारीख दी गई थी।