Breaking News
उत्तराखण्ड नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जल्द जारी होगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित
कल से शुरू होगा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट, जाने मैच से जुडी बातें
मुख्यमंत्री धामी ने सौंग बांध परियोजना पर विस्थापन की कार्यवाही जल्द करने के दिए निर्देश
सीएम नायब सैनी ने बाबा सरसाई नाथ मेडिकल कॉलेज का किया भूमि पूजन, दो साल में पूरा करने का लक्ष्य
कांतारा: चैप्टर 1 की रिलीज डेट आउट, 2 अक्टूबर 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म
अनियंत्रित होकर बसों से टकराया डस्ट से भरा ट्राला, वाहनों में लगी आग, तीन बसें जलकर हुई खाक
सीएम नायब सैनी ने देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट‘, फिल्म को हरियाणा में किया टैक्स फ्री
सर्दियों में टूटने लगे हैं बाल तो इस चीज से करें मालिश, नहीं होगा नुकसान

स्वाति मालीवाल से मारपीट के आरोपी बिभव कुमार सीएम आवास से अरेस्ट

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आम आदमी पार्टी (आप) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने बिभव कुमार द्वारा मारपीट किए जाने की शिकायत की थी. जिसके बाद 16 मई की रात को स्वाति मालीवाल की जांच के बाद मेडिको-लीगल केस रिपोर्ट दर्ज की गई थी.जांच एम्स दिल्ली के जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में की गई थी. अब मेडिकल रिपोर्ट आ गई है, एमएलसी रिपोर्ट के अनुसार उनके बाएं पैर और दाहिने गाल पर चोट के निशान हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वाति मालीवाल को बाएं पैर पर 3×2 सेंटीमीटर आकार की चोट थी, उनके “दाहिनी आंख के नीचे दाहिने गाल” पर 2×2 सेंटीमीटर आकार की एक और चोट थी. शिकायत में मालीवाल ने आरोप लगाया कि केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार ने उन्हें “कम से कम सात से आठ बार” थप्पड़ मारा. वह “चिल्लाती रहीं” और “उन्हें बेरहमी से घसीटा”, साथ ही उनकी छाती, पेट और pelvis एरिया पर “लातें” मारीं.

दिल्ली पुलिस के पास दर्ज कई गई एफआईआर के मुताबिक, मालीवाल ने 13 मई की घटनाओं का जिक्र किया, जब वह मुख्यमंत्री केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर गई थीं.

बिभव ने कोर्ट में दायर की अग्रिम जमानत याचिका
गिरफ्तारी के बाद बिभव कुमार ने तीस हजारी कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की. इस याचिका पर सुनवाई हुई , जिसे ई कोर्ट ने खारिज कर दिया. बिभव कुमार के वकील ने मीडिया से कहा- मैंने दलील दी है कि कोई मामला नहीं है और यह अंतरिम जमानत का मामला है. मैंने अग्रिम जमानत की वकालत की है क्योंकि सीसीटीवी फुटेज और कवरेज में जो देखा गया है. बयान में यह नहीं बताया गया है कि आदेश को तीन दिन की देरी से आज के लिए सुरक्षित रखा गया है.

मैं जांच में शामिल होने के लिए तैयार हूं
विभव कुमार ने दिल्ली पुलिस को लिखे मेल में कहा- ‘मुझे पता चला है कि सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में दर्ज एक एफआईआर में मुझे आरोपी बनाया गया है. मुझे अभी तक कोई नोटिस नहीं दिया गया है…मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि जब भी जांच अधिकारी द्वारा कहा जाएगा, मैं सहयोग करने और जांच में शामिल होने के लिए तैयार हूं. मैंने भी 13 मई को हुई घटना को लेकर शिकायत की है, जिस पर दिल्ली पुलिस संज्ञान ले.’

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top