हरियाणा। हरियाणा की लोकसभा की दस सीटों का परिणाम मंगलवार को आएगा। इस परिणाम के साथ राज्य की सियासत के दिग्गजों की किस्मत का फैसला भी जनता की सामने होगा। लोकसभा चुनाव परिणामों के साथ ही हरियाणा की सियासत के समीकरण बनेंगे भी और बिगड़ेंगे भी।
इन चुनाव का चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी असर पड़ना तय है। जिन दिग्गजों के भाग्य का फैसला मंगलवार को होना है, उनमें सीएम, पूर्व सीएम, केंद्रीय मंत्री, राज्यसभा सांसद और विधायक भी शामिल हैं।
सीएम नायब सिंह सैनी करनाल विधानसभा से उपचुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव में सीएम सैनी ने खूब पसीना बहाया है। अपनी सीट के साथ उन्होंने दसों लोकसभा सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों के लिए खूब प्रचार किया है। दूसरे बड़े दिग्गज पूर्व सीएम मनोहर लाल हैं, जो करनाल लोकसभा से चुनाव लड़ रहे हैं।
लोकसभा के सभी दस सीटों के परिणाम उनके साढ़े नौ साल के शासन की सफलता और विफलता को बयां करेंगे। तीसरी दिग्गज सिरसा से कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी सैलजा हैं। उनकी जीत या हार प्रदेश में उनके व एसआरके गुट के दबदबे को भी तय करेगा।
राज्य के चौथे दिग्गज इनेलो के अभय चौटाला हैं। वह कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। कुरुक्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला है। उनके सामने भाजपा से नवीन जिंदल और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुशील गुप्ता हैं। चुनाव परिणाम उनके साथ इनेलो का भविष्य भी तय करेगा। पार्टी को कम से कम छह फीसदी वोट चाहिए होंगे।
यदि ऐसा नहीं हुआ तो चुनाव आयोग इनेलो का चुनाव निशान जब्त कर सकता है। इसके अलावा कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। चुनाव परिणाम केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत और उनकी राजनीतिक विरासत के समीकरणों को भी तय करेगा।