हरियाणा। नारनौल क्षेत्र के गांव गोद बलाहा से सटे नावता गांव में दो साधुओं की हत्या में शामिल एक साधु व साध्वी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी घटना को अंजाम देकर कन्नौज यूपी चले गए, जहां से नेपाल जाने की फिराक में थे। लेकिन इससे पहले ही झुन्झुनू पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान लखनदास व साध्वी अनुसुईया के रूप में हुई है।
झुन्झुनू जिले के एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि घटना के दिन 31 मई को पटीकरा नारनौल आश्रम के विशिष्ट गिरी महंत अपने सेवादार गौतम सिंह निवासी बगड़ के साथ सिंघाना के समीप भोदन आश्रम में आया था। जहां पहले तो विशिष्ट गिरी महंत ने सेवादार गौतम तथा आश्रम के महंत लखनदास के साथ बैठकर शराब पी। इसके बाद आश्रम में मौजूद साध्वी अनुसुईया ने सभी के लिए भोजन बनाया। इस दौरान विशिष्ट गिरी महंत ने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि अनुसुईया ने जो भोजन बनाया है, उसमें जहर मिलाया हुआ है। जिस पर लखनदास और अनुसुईया ने ईंट से वार करके विशिष्ट गिरी महंत को मार डाला। जब गौतम सिंह छुड़वाने आया तो उसे भी गला घोंटकर मार दिया।
नेपाल जाने की फिराक में थे आरोपी
दोनों साधुओं की हत्या कर दोनों आरोपियों ने मृतकों के शवों को विशिष्ट गिरी महंत की गाड़ी में डालकर गोद बलाहा के नजदीक नावता के पास पटक गए और कन्नौज यूपी चले गए। जहां से नेपाल जाने की फिराक में थे। पुलिस ने 130 सीसीटीवी कैमरे खंगाल कर और 500-600 किलोमीटर पीछा कर कन्नौज के एक मकान से दोनों को गिरफ्तार किया।
कोर्ट में पेश कर साध्वी को भेजा जेल, साधू का लिया सात जून तक रिमांड
पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया है। जहां से साध्वी अनुसुईया को जेल भेज दिया। वहीं लखन दास महाराज सात जून तक पुलिस रिमांड पर है। पुलिस ने आरोपियों से गाड़ी और गाड़ी में रखे 15 हजार रुपए बरामद कर लिए हैं।
आरोपी साधू उत्तरप्रदेश व साध्वी मध्यप्रदेश की रहने वाली
एसपी ने बताया कि आरोपी लखनदास का नाम छोटे सिंह भी है। जो यूपी के कन्नौज जिले के छिबड़ा तहसील के गुरूसाईगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है। वहीं दूसरी आरोपी अनुसुईया त्यागी लखनदास से करीब दोगुनी उम्र की है। अनुसुईया त्यागी की उम्र 57 साल है। वह मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के पुलिस थाना बिलखेड़ा के रमरखिया गांव के पास निमखेड़ा की रहने वाली है।