हरियाणा। यमुनानगर में घर पर आकर स्मैक पीने का विरोध करने पर कलावड़ निवासी 40 वर्षीय राकेश कुमार की पेट में सुआ घोंपकर व डंडों से पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप पड़ोस में रहने वाले दीपक, उसकी मां सुमन व जीजा कोतरखाना निवासी आशीष पर लगा है। आरोपियों ने पहले राकेश के घर में घुसकर उसे बुरी तरह पीटा। फिर रविवार रात को पेट व सिर में सुए व डंडों के कई वार किए। अस्पताल पहुंचने से पहले ही युवक ने दम तोड़ दिया। छप्पर थाना पुलिस ने तीनों आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कलावड़ निवासी अमित कुमार ने छप्पर पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके ताऊ का बेटा 40 वर्षीय राकेश कुमार मजदूरी करता था।
उसकी लगभग 15 साल पहले शादी हुई थी। शादी से उसके पास कोई संतान नहीं थी। करीब डेढ़ साल पहले उसकी पत्नी को लकवा हो गया था। जिसके चलते वह अपने मायके चली गई थी। तब से वह यहां अकेला रहता था। उन्होंने बताया कि उसका पड़ोसी दीपक नशे का आदि है। जब भी उसे नशा करना होता था तो वह राकेश के कमरे में आ जाता था लेकिन राकेश लगातार इस बात का विरोध करता था। एक दिन जब दीपक ने उसके घर पर आकर स्मैक पीने लगा तो राकेश की उससे बहस हो गई। तब से दीपक राकेश से रंजिश रखने लगा। अमित ने बताया कि आठ जून की सुबह राकेश अपने काम पर जाने की तैयारी कर रहा था। तभी दीपक, अपनी मां सुमन और जीजा आशीष के साथ उसके घर पहुंच गया। आरोपी दीपक के हाथ में बर्फ तोड़ने वाला सुआ और अन्य के हाथों में डंडे व बिंडे थे।
आते ही आरोपियों ने राकेश पर ताबड़तोड़ प्रहार कर उसे जख्मी कर दिया। दीपक ने बर्फ तोड़ने वाले सुए से कई वार कर उसे घायल कर दिया। शोर मचाने पर जब गांव के अन्य लोग आए तो आरोपी राकेश को जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। वह और अन्य परिजन खून से लथपथ राकेश को गांव के ही एक डॉक्टर के पास ले गए। जहां उसे उपचार दिलाया, लेकिन तब उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी थी। इसी बात से आरोपियों के हौसले और बुलंद हो गए। अमित ने बताया कि इसके बाद रविवार रात को दोबारा करीब नौ बजे जब राकेश कुमार अपने घर पर था तो आरोपी दीपक, अपनी मां सुमन देवी व जीजा आशीष के साथ फिर राकेश कुमार के घर पर आए। इस बार आरोपी दीपक ने राकेश के पेट व सिर में बर्फ तोड़ने वाले सुए से बुरी तरह कई वार किए।
आरोपी सुमन व आशीष ने भी डंडों से राकेश को पीटा। शोर सुनकर जब वह अन्य परिजनों के साथ मौके पर पहुंचा तो आरोपी उसे पीट रहे थे। उन्हें देखकर आरोपी वहां से फरार हो गए। मारपीट में घायल राकेश को खून की उल्टी लगी। उन्होंने इसकी सूचना डायल 112 पर दी। जिसके बाद डायल 112 की गाड़ी व एंबुलेंस मौके पर पहुंची। वे एंबुलेंस में राकेश को बिलासपुर अस्पताल ले गए। जहां से डॉक्टर ने सिविल अस्पताल जगाधरी के लिए राकेश को रेफर कर दिया। लेकिन सिविल अस्पताल पहुंचाने से पहले ही राकेश ने दम तोड़ दिया। सोमवार को पुलिस ने मृतक राकेश के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के हवाले कर दिया। छप्पर थाना प्रभारी तरसेम का कहना है कि मामले में अमित की शिकायत पर आरोपी दीपक, उसकी मां सुमन व जीजा कोतरखाना निवासी आशीष पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है। मामले की हर पहलु से जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।