हरियाणा। लोकसभा चुनाव में अपेक्षित चुनाव परिणाम नहीं मिलने से चिंतित भाजपा इस बार विधान सभा चुनाव में जहां कार्यकर्ताओं की राय से टिकट देने की तैयारी कर रही है, वहीं भितरघात को रोकने के लिए टिकट के दावेदारों को भी भरोसे में लेने का हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए हर जिले में पार्टी ने दो-दो बड़े नेताओं की ड्यूटियां लगाई हैं।
इसी कड़ी में करनाल जिले की करनाल, घरौंडा, नीलोखेड़ी, असंध व इंद्री सभी पांचों विधान सभा सीटों पर रायशुमारी के लिए प्रदेश महामंत्री कृष्ण लाल बेदी और भिवानी के पूर्व जिलाध्यक्ष शंकर सिंह धूपड की ड्यूटी लगाई है। ये नेता विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों को टिकट देने से पहले कार्यकर्ताओं का मन टटोलेंगे। यानी कार्यकर्ताओं का पक्ष जानेंगे कि आखिर, वह किसे टिकट का वास्तविक दावेदार मानते हैं या फिर वह किसे टिकट दिलाना चाहते हैं।
बताते हैं कि करनाल से सीएम नायब सिंह सैनी के फिर से चुनाव लड़ने की संभावना है इसलिए इस सीट पर दावेदार खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं लेकिन टिकट की चाह तो कई लोगों को है। जिन दोनों नेताओं की ड्यूटी लगाई गई है, वह रविवार को भाजपा कार्यालय कर्ण कमल पहुंचे तो सूचना मिलते ही कई नेता यहां पहुंच गए।
जिसमें इंद्री विधायक राम कुमार कश्यप, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेंद्र राणा, जिला प्रभारी भारत भूषण जुआल, पूर्व विधायक स बख्शीश सिंह, पूर्व विधायक जिले राम शर्मा, पूर्व उद्योग मंत्री शशि पाल मेहता, निवर्तमान मेयर रेणु बाला गुप्ता, मेहर सिंह कलामपुरा, महामंत्री सुनील गोयल, मीडिया प्रभारी डॉ अशोक आदि शामिल रहे।
इसमें कार्यकर्ता भी अच्छी खासी संख्या में बुलाए गए थे। रायशुमारी की प्रक्रिया से पहले कार्यकर्ताओं को समझाया गया और प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया। राय शुमारी में प्रदेश पदाधिकारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष मंडल पदाधिकारी, मोर्चा प्रदेश पदाधिकारी मोर्चा जिलाध्यक्ष मोर्चा के मंडल अध्यक्ष, प्रकोष्ठ विभाग के प्रदेश व जिला संयोजक पूर्व विधायक व सांसद, जिला परिषद भाजपा के पार्षद, चेयरमैन, ब्लॉक समिति चेयरमैन वाइस चेयरमैन, मेयर , नगर निगम पार्षद, नगर पालिका व जिला परिषद के चेयरमैन ,वाईस चेयरमैन , निवर्तमान जिला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष , सरकारी बोर्डों व निगमों के चेयरमैन व डिप्टी चेयरमैन की राय ली गई।
कैसे होगी रायशुमारी
कार्यकर्ताओं व दावेदारों से रायशुमारी की शुरुआत आज से ही कर दी गई। जिसमें कार्यकर्ताओं को एक पर्ची दी गई। जिनको इस पर्ची पर अपने विधानसभा क्षेत्र के पसंदीदा तीन दावेदारों के नाम लिखने थे। इसके बाद पर्ची को एक बाॅक्स में डाला गया। बताते हैं कि जिसके नाम को सबसे अधिक कार्यकर्ताओं द्वारा पसंद किया जाएगा। उसी नेता को टिकट देने के लिए सिफारिश की जाएगी। शीर्ष नेतृत्व उसी नाम पर टिकट का निर्णय करेगा।