Breaking News
संविधान बनाने के चुनौतीपूर्ण कार्य में बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर का महान योगदान है- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
संविधान बनाने के चुनौतीपूर्ण कार्य में बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर का महान योगदान है- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
हरियाणा मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन बने सेवानिवृत्त न्यायाधीश ललित बतरा, गृह सचिव ने जारी किया आदेश
हरियाणा मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन बने सेवानिवृत्त न्यायाधीश ललित बतरा, गृह सचिव ने जारी किया आदेश
संविधान दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को किया संबोधित 
संविधान दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को किया संबोधित 
पुष्पा 2 का गाना ‘किसिक’ रिलीज, अल्लू अर्जुन के साथ अदाओं का जलवा दिखाती नजर आईं श्रीलीला
पुष्पा 2 का गाना ‘किसिक’ रिलीज, अल्लू अर्जुन के साथ अदाओं का जलवा दिखाती नजर आईं श्रीलीला
ऑनलाइन ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने दबोचा
ऑनलाइन ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने दबोचा
रिश्ते के दादा ने नाबालिग के साथ की छेड़खानी, परेशान होकर पीडिता ने की खुदकुशी
रिश्ते के दादा ने नाबालिग के साथ की छेड़खानी, परेशान होकर पीडिता ने की खुदकुशी
क्या आपके बच्चों को भी है मीठा खाने की लत? छुड़वाने के लिए अपनाएं ये तरीके
क्या आपके बच्चों को भी है मीठा खाने की लत? छुड़वाने के लिए अपनाएं ये तरीके
ईएसआई कवरेज की धीमी प्रक्रिया पर मुख्य सचिव ने जताई नाराजगी
ईएसआई कवरेज की धीमी प्रक्रिया पर मुख्य सचिव ने जताई नाराजगी
अमेरिकी इतिहास में एक नए दौर की शुरुआत ट्रंप की जीत
अमेरिकी इतिहास में एक नए दौर की शुरुआत ट्रंप की जीत

क्या आपके बच्चों को भी है मीठा खाने की लत? छुड़वाने के लिए अपनाएं ये तरीके

क्या आपके बच्चों को भी है मीठा खाने की लत? छुड़वाने के लिए अपनाएं ये तरीके

बड़ों के लिए मीठे की लत को दूर करना मुश्किल होता है। हालांकि, जब बात बच्चों में मीठे की लालसा को कम करने की आती है, तो यह और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है।बच्चों को टॉफी, चॉकलेट, बिस्कुट और केक जैसे व्यंजन पसंद होते हैं, जिनके सेवन से दांत खराब हो सकते हैं और बच्चे बीमार भी पड़ सकते हैं। अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए ये 5 टिप्स अपनाएं, जिनसे उनकी मीठे की लालसा कम हो जाएगी।

प्राकृतिक रूप से मीठे खाद्य पदार्थ खिलाएं
बच्चों के लिए अचानक मीठा खाना बंद कर देना बेहद मुश्किल हो सकता है। ऐसे में आपको पहले उन्हें टॉफी और चॉकलेट आदि की जगह पर ऐसे खाद्य पदार्थ खिलाने चाहिए, जिनमें रिफाइंड चीनी की जगह प्राकृतिक चीनी मौजूद होती हो।आप उन्हें संतरे, बेरी और अनानास आदि जैसे मीठे फल खिला सकते हैं। इन फलों के जरिए उन्हें फाइबर समेत अन्य पोषक तत्व भी मिलेंगे और उनकी मीठा खाने की लालसा भी पूरी हो जाएगी।

जूस जैसे मीठे पेय पदार्थों से दूर रखें
सभी मां-बाप अपने बच्चों को बाजार में मिलने वाले जूस और अन्य पेय पिला देते हैं, क्योंकि ब्रांड इन्हें स्वस्थ बताते हैं। हालांकि, इनमें अधिक मात्रा में चीनी शामिल होती है और ये बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।आपको अपने बच्चे की मीठे की लत छुड़वाने के लिए उसे पैकेट वाले जूस और चॉकलेट पाउडर वाला दूध आदि नहीं पिलाना चाहिए।इनके बजाय उन्हें ताजे फलों का जूस निकालकर पिलाएं या बिना चीनी वाला दूध दें।

टॉफी-चॉकलेट देना बंद करें

मां-बाप बच्चों से अपनी बात मनवाने के लिए उन्हें टॉफी-चॉकलेट का लालच देते हैं। जब बच्चे कोई अच्छा काम करते हैं या उनकी बात मान लेते हैं, तो वे उन्हें मीठे व्यंजन खिलाकर खुश करने की कोशिश करते हैं।हालांकि, ऐसा करने से बच्चों की आदत बिगड़ती है और वे मीठा खाने के आदी हो जाते हैं। अगर आप अपने बच्चे की डाइट से मीठे व्यंजन कम करना चाहते हैं तो उन्हें टॉफी-चॉकलेट देना बंद करें।

धीरे-धीरे चीनी खिलाना कम करें
अगर आप अचानक अपने बच्चों को मीठे व्यंजन देना बंद कर देंगे, तो वे चिड़चिड़े हो जाएंगे और जिद करने लगेंगे। ऐसे में उनके खान-पान में छोटे-छोटे बदलाव करें और धीरे-धीरे उन्हें चीनी खिलाना कम करें। सबसे पहले उन व्यंजनों में चीनी डालना बंद करें, जिन्हें आपके बच्चे रोज खाते हैं, जैसे दूध, दही या स्मूदी आदी। इसके बाद उन्हें टॉफी या चॉकलेट की जगह पर सूखे मेवे या फल खिलाना शुरू करें।

प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन भी रोकें
आज कल के बच्चे लगभग रोजाना चिप्स, बिस्कुट और इंस्टेंट नूडल्स जैसे व्यंजन खाते हैं। ये खाद्य पदार्थ अधिक प्रोसेस्ड होते हैं और इनमें कोई पोषक तत्व नहीं मौजूद होते हैं।यह सभी व्यंजन चीनी से समृद्ध होते हैं और मीठे की लालसा को बढ़ाने में योगदान दे सकते हैं। ऐसे में आपको बच्चों के खान-पान से ये प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ भी निकाल देने चाहिए।आप मीठे की लालसा को कम करने के लिए ये खाद्य पदार्थ खा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top