हरियाणा। देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद में पहुंचने के लिए हरियाणा के विधायकों के बीच सियासी युद्ध होगा। भारतीय जनता पार्टी तीन विधायकों को लोकसभा चुनावों के लिए मैदान में उतार चुकी है। इनमें मनोहर लाल, मोहन लाल बड़ौली और रणजीत चौटाला शामिल हैं। वहीं, इनेलो के इकलौते विधायक अभय चौटाला खुद कुरुक्षेत्र से ताल ठोक चुके हैं। अब कांग्रेस और जजपा भी अपने विधायकों पर दांव लगाने की तैयारी में हैं। दोनों ही दल विधायकों को लेकर सर्वे करा रहे हैं। आगामी कुछ दिनों में उनको प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा जा सकता है।
कांग्रेस में अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना के विधायक वरुण चौैधरी का नाम चल रहा है। वरुण चौधरी कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना के बेटे हैं और पढ़े-लिखे होने के अलावा उनकी अंबाला क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। इनके अलावा, भिवानी-महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह की भी चर्चा है। राव दान सिंह यादव समाज से आते हैं और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी के मुकाबले ताल ठोक रहे हैं। भाजपा की ओर से यहां धर्मबीर सिंह को उतारा गया है। पार्टी हाईकमान श्रुति चौधरी के स्थान पर राव दान सिंह के नाम पर मुहर लगा सकता है। वहीं, तीसरा नाम नीरज शर्मा का है। वह फरीदाबाद एनआईटी से विधायक हैं और फरीदाबाद लोकसभा सीट से उनके नाम पर भी विचार किया जा रहा है।
जजपा में बाढ़ड़ा से विधायक नैना चौटाला को हिसार लोकसभा से टिकट देने की चर्चा है। उचाना से विधायक दुष्यंत चौटाला का नाम भी इस सीट से ही चल रहा है। जजपा मुख्य तौर पर सोनीपत, भिवानी और हिसार व सिरसा सीटों पर फोकस कर रही है। जजपा के पास 10 विधायक हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं। इनमें नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम, टोहाना से देवेंद्र बबली, गुहला चीका से ईश्वर सिंह, बरवाला से जोगी राम सिहाग और नरवाना से रामनिवास सुरजाखेड़ा के नाम शामिल हैं।