हरियाणा। हिसार में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने छेड़छाड़ के एक मामले में आरोपी का नाम हटाने की एवज में 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए अर्बन एस्टेट थाना में कार्यरत महिला हवलदार सुमित्रा को जिंदल पार्क से गिरफ्तार किया है। टीम ने नरवाना निवासी विरेंद्र की शिकायत पर महिला हवलदार सुमित्रा और अर्बन एस्टेट थाना के मुंशी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने मुंशी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी तो वह थाने से फरार हो गया एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत देने वाले जींद जिला निवासी विरेंद्र ने बताया कि उसके दोस्त का अपनी पत्नी के साथ मनमुटाव चल रहा है। दोस्त के कहने पर उसकी पत्नी के साथ बातचीत की और उसको घर बसाने को बोला। बाद में उसकी पत्नी ने अर्बन एस्टेट पुलिस थाना में मेरे खिलाफ छेड़छाड़ का केस दर्ज करवा दिया।
केस दर्ज होने के बाद 13 जून को अर्बन एस्टेट थाना पुलिस ने महिला हवलदार सुमित्रा का फोन आया। उसने कहा कि तुम्हारे खिलाफ केस दर्ज हुआ है। इसलिए थाने में आना होगा। थाने गया तो वहां पर पुलिसकर्मी सुमित्रा मिली। महिला पुलिस कर्मी मुंशी के कमरे में ले गई। मुंशी ने कहा कि केस से नाम कटवाना है तो 50 हजार रुपये देने होंगे। महिला पुलिस कर्मी ने कहा कि 40 हजार में काम बन जाएगा। उसके बाद वहां से घर आ गया। बुधवार को महिला पुलिस कर्मी ने फोन कर 40 हजार रुपये लेकर आने की बात कही। महिला कर्मी को कहा कि अभी मेरे पास इतने रुपये नहीं है गुरुवार को रुपये लेकर आ जाऊंगा।
एंटी करप्शन ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक ने कैथल के इंस्पेक्टर महेंद्र के नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम ने शिकायतकर्ता को पाउडर लगे हुए 500-500 के नोट दे दिए, जो कि 40 हजार रुपये थे। नागरिक अस्पताल के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. तरुण को राजपत्रिक अधिकारी नियुक्त किया। महिला पुलिस कर्मी सुमित्रा ने शिकायतकर्ता को रुपये लेकर जिंदल पार्क में बुलाया। जब शिकायतकर्ता ने महिला कर्मी को रुपये दिए तो एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया।