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बीजेपी, सुधार करने और वापसी करने के लिए जानी जाती है- आरएसएस नेता रतन शारदा

नई दिल्ली। महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव में एनडीए के खराब प्रर्दशन के बाद लगातार राजनीतिक बयानबाजी जारी है. बीजेपी, एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी के गठबंधन वाली एनडीए पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. इसी के साथ तीनों ही दल हार के कारणों का पता लगाने की तलाश में जुटे हुए हैं. इस बीच अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ बीजेपी के गठबंधन को लेकर RSS नेता रतन शारदा ने कहा है कि ये गठबंधन अनावश्यक राजनीति और टाले जा सकने वाले जोड़-तोड़ का बेहतरीन उदाहरण है.

महाराष्ट्र में सामने आए लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव नतीजों को लेकर बीच आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइजर में भी महाराष्ट्र में बीजेपी की लोकसभा चुनाव में हार का कारण महाराष्ट्र रे उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी के साथ उनके गठबंधन को बताया था. ऐसे में अब ये सवाल भी खड़े हो रहे हैं कि क्या अब बीजेपी अजित पवार के साथ संबंध तोड़ देगी?

’राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नेता रतन शारदा ने आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइजर में इस मामले को लेकर एक आर्टिकल में लिखा है जिसको लेकर सैकड़ों कार्यकर्ताओं उनके आर्टिकल की तारीफ कर रहे हैं. रतन शारदा ने इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में ये भी कहा, ‘बीजेपी और आरएसएस के कई नेताओं ने मुझे संदेश भेजा है. वे मेरे लिखे से सहमत हैं. इससे पता चलता है कि दोनों के बीच एक अंतर है. बीजेपी, सुधार करने और वापसी करने के लिए जानी जाती है. मैंने यह आर्टिकल सकारात्मक नजरिए के साथ लिखा है.’

अजित पवार की पार्टी NCP के साथ बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन को लेकर शारदा ने अपने लेख में लिखा ‘ये अनावश्यक राजनीति और टाले जा सकने वाले जोड़-तोड़ का बेहतरीन उदाहरण.’

शारदा ने इस मामले को लेकर आगे कहा कि महाराष्ट्र में आम लोग सड़क पर पूछ रहे हैं कि जब महाराष्ट्र में सरकार सुरक्षित थी, फिर क्यों? अजित पवार एक अच्छे नेता हैं, लेकिन वोट ट्रांसफर नहीं हुए. इस बीच दलबदलुओं को आगे लाया गया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नाम पर हर सीट जीती जा सकती है, इस बात का सीमित महत्व है.

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