हरियाणा। नारनौल में शीतलहर के साथ ठंड ने दस्तक दे दी है। जिसका असर वीरवार को भी देखने को मिला। इस बार दिसंबर के दूसरे सप्ताह में दो दिन से पाला जम रहा है। नारनौल में न्यूनतम तापमान करीब 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में बहुत कम ही पाला जमने की संभावना रहती है। लेकिन इस बार करीब पांच साल का रिकार्ड तोड़ते हुए ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसका असर अब क्षेत्र में साफ दिखाई दे रहा है।
अब रात्रि तापमान सिंगल्स डिजिट में पहुंच गया है। हालांकि अभी भी दिन में सूर्य देव की चटक और चमकदार धूप से आमजन को राहत मिल रही है। अब लोग सुबह- सुबह अलाव कर ठंड से बचाव कर रहे हैं। बता दें कि नवंबर माह के अंत तक ठंड का असर बेअसर था, लेकिन दिसंबर के पहले सप्ताह से ही लगातार तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में हिमालय की हिमाच्छादित शिखरों से सीधी बर्फीली हवाओं ने संपूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली को अपने आगोश में ले लिया है। अब तापमान जमाव बिंदु के पास पहुंच गया है। हरियाणा के पश्चिमी जिलों में खेत खलिहानों और पार्कों और खुले स्थानों पर पाला जमने की स्थिति देखने को मिल रही है। सूखी कड़ाके की हाड़ कंपाने वाली ठंड से आमजन को रूबरू होना पड़ रहा है।
सोनीपत में सरगथल में जमाव बिंदु पर पहुंचा न्यूनतम तापमान
सोनीपत के गांव सरगथल में नहर किनारे लगे स्वचालित मौसम केंद्र (एडब्ल्यूएस) पर न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड 0.7 डिग्री दर्ज किया गया। शीतलहर के असर के चलते लोग कांपने को मजबूर है। सुबह से खिली धूप भी लोगों को ज्यादा राहत नहीं दे पा रही है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में उत्तर-पश्चिमी हवा चल रही है। जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर अब मैदानी क्षेत्र में दिखने लगा है। मैदानी क्षेत्र में अब शीतलहर चल रही है। जिसके असर के कारण वीरवार को ठंड का असर दिखाई दिया।
गांव सरगथल के पास नहर किनारे लगे एडब्ल्यूएस पर न्यूनतम तापमान महज 0.7 डिग्री सेल्सियस रहा। एक दिन पहले यह 1.5 पर था। हवा की गति कम होने से वायु गुणवत्ता सूचकांक में थोड़ी वृद्धि हुई है। एक्यूआई सुबह 121 दर्ज किया गया। एक दिन पहले से 102 दर्ज किया गया था। मौसम विभाग ने अनुसार अभी ठंड का प्रकोप बना रहेगा। शीतलहर का सितम सहना पड़ेगा। ऐसे में ठिठुरती ठंड से राहत मिलने की उम्मीद अभी कम है। मौसम विभाग ने पास दिन शीतलहर का यलो अलर्ट भी जारी कर रखा है।
किसानों को हो रहा फायदा
मौसम के मिजाज का असर बेशक जनजीवन पर पडऩे लगा है, लेकिन किसानों को काफी राहत मिली है। तापमान में कमी के कारण गेहूं की फसल की बढ़वार बेहतर हो सकेगी। साथ ही अन्य फसलों को भी फायदा होगा। लगातार धूप निकलने से किसान खाद का छिड़काव, दवाइयों का स्प्रे भी कर सकते है।