हरियाणा। बहादुरगढ़ शहर में एक सनकी आशिक ने एकतरफा प्रेम के चलते महिला की हत्या कर दी। इतना ही नहीं हत्या के बाद सनकी प्रेमी ने महिला के परिजनों को फोन भी किया और बोला कि शिवानी मेरी नहीं हो सकती तो किसी और की भी नहीं होगी, मैंने उसे मार दिया है। सुबह उसका शव ढूंढ लेना। आरोपी आशिक और उत्तर प्रदेश के हरदोई गांव अरिरोरी की रहने वाली 22 साल की महिला के परिजनों की एक कॉल रिकॉर्डिंग सामने आई है। इसमें सनकी आशिक शिवानी की हत्या करने की बात कबूल रहा है। शव शनिवार की सुबह जाखौदा गांव से आसौदा जाने वाली सड़क किनारे रेलवे फाटक के नजदीक एक खेत में मिला।
घटना की सूचना मिलते ही आसौदा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई। मृतका की मां उषा ने बताया कि सौरभ शुक्रवार की देर शाम शिवानी को जबरदस्ती अपने साथ ले गया। शिवानी के माता-पिता ने बेटी को तलाशने का खूब प्रयास किया और जब उन्होंने शिवानी के मोबाइल पर कॉल किया तो फोन सौरभ ने उठाया। फोन उठते ही सौरभ ने कहा कि शिवानी अगर उसकी नहीं हो सकती तो किसी और की भी नहीं होगी। शिवानी अब इस दुनिया में नहीं है, मैंने उसे मार दिया है। कफन का इंतजाम कर लो उसके जनाजे में काम आएगा। कल सुबह शव मिल जाएगा। आरोपी आशिक सौरभ और शिवानी के परिजनों की फोन पर हुई बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग सामने आई है।
इसमें सौरभ का गुस्सा सातवें आसमान पर है। सौरभ बार-बार यह भी कहता सुनाई दे रहा है कि मैंने कहा था कि शिवानी को समझा लो, लेकिन तुमने समझाया ही नहीं और ना ही बात मानी। इसलिए मैंने उसे मौत के घाट उतार दिया है। फोन कॉल रिकॉर्डिंग में आरोपी शिवानी के परिवार के अन्य सदस्यों को भी जान से मारने की धमकी देता हुआ सुनाई दे रहा है।
परिजनों के बयान पर आरोपी सौरभ के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश जारी है, लेकिन सौरभ फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही सौरभ को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
शिवानी प्लास्टिक का दाना बनाने की एक फैक्टरी में काम करती थी। उसका एक दो वर्षीय बेटा है। शिवानी की शादी के बाद अपने पति से अनबन हो गई थी और वह अलग रहने लगी थी। इसी बीच सौरभ नामक एक युवक के साथ उसका प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। इसके बाद शिवानी अपने परिवार को छोड़ कर सौरभ के साथ हरिद्वार चली गई थी। कुछ दिनों ठीक-ठाक चला, लेकिन बाद में सौरभ शिवानी के साथ मारपीट करने लगा था। डेढ़ माह पहले वह अपने माता-पिता के साथ रहने आई थी।