Breaking News
चुनाव में पारदर्शिता के लिए आयोग सख्त, व्यय विवरण न देने वालों पर होगी कार्रवाई
चुनाव में पारदर्शिता के लिए आयोग सख्त, व्यय विवरण न देने वालों पर होगी कार्रवाई
क्या आप भी करते हैं गर्मियों में अधिक आम का सेवन, अगर हां, तो जान लीजिये इसके नुकसान  
क्या आप भी करते हैं गर्मियों में अधिक आम का सेवन, अगर हां, तो जान लीजिये इसके नुकसान  
भारत का रक्षा निर्यात नई ऊंचाइयों पर, आत्मनिर्भरता बनी सफलता की कुंजी- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
भारत का रक्षा निर्यात नई ऊंचाइयों पर, आत्मनिर्भरता बनी सफलता की कुंजी- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
एक लाख की रिश्वत के साथ आईएसबीटी चौकी प्रभारी गिरफ्तार
एक लाख की रिश्वत के साथ आईएसबीटी चौकी प्रभारी गिरफ्तार
आईटीडीए को मजबूत करने के निर्देश, भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर सिस्टम अपग्रेड का आह्वान
आईटीडीए को मजबूत करने के निर्देश, भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर सिस्टम अपग्रेड का आह्वान
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक 
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक 
दुश्मनों के ठिकानों को तबाह करने में नाविक सैटेलाइट की भूमिका महत्वपूर्ण- महाराज
दुश्मनों के ठिकानों को तबाह करने में नाविक सैटेलाइट की भूमिका महत्वपूर्ण- महाराज
मुख्यमंत्री धामी ने 350 करोड़ की विधायक निधि को दी मंजूरी
मुख्यमंत्री धामी ने 350 करोड़ की विधायक निधि को दी मंजूरी
मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” का किया गया भव्य आयोजन
मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” का किया गया भव्य आयोजन

अफगानिस्तान में बाढ़ से मरने वालों की संख्या हुई 50

अफगानिस्तान में बाढ़ से मरने वालों की संख्या हुई 50

इस्लामाबाद। देश के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि अफगानिस्तान में पिछले चार दिनों में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में कम से कम 50 लोग मारे गए हैं। एजेंसी के प्रवक्ता जनान सयाक ने कहा कि बाढ़ की वजह से अन्य 36 लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने पहले देश भर में 33 मौतों की जानकारी दी थी।

प्रवक्ता ने कहा कि बाढ़ से कृषि भूमि और घरों के नष्ट होने समेत महत्वपूर्ण क्षति हुई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अफगानिस्तान दशकों के संघर्ष, बाढ़ और भूकंप समेत एक के बाद एक प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव से जूझ रहा है। अक्टूबर में पश्चिमी प्रांत हेरात में आए भूकंप में कम से कम 1,500 लोगों की जान चली गई थी। नूरिस्तान प्रांत के एक पहाड़ी गांव में फरवरी में हिमस्खलन हुआ था, जिसमें कम से कम 21 लोग मारे गए थे। खासकर दूरदराज के इलाकों में मजबूत बुनियादी ढांचे की कमी अक्सर ऐसी आपदाओं के परिणामों को बढ़ा देती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top