आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में आलस की समस्या सामने आती ही रहती है। कई बार देखा गया है कि लोगों को काम करते-करते ही बहुत नींद आती है और इस समस्या से काफी परेशान भी रहते हैं। इससे काम भी काफी ज्यादा प्रभावित होता है और धीरे-धीरे प्रोडक्टिविटी भी कम हो ही जाती है। यही नहीं, लंबे समय तक ऑफिस में बैठने से शरीर पर दबाव भी पड़ता है, जिससे कई सारी परेशानियां सामने आने लगती हैं।
ऑफिस में लंबे समय तक बैठकर काम करने से रीढ़ की हड्डी, गर्दन और नर्व्स पर लगातार दबाव पड़ता है, जिससे पोश्चर संबंधी दिक्कतें और नर्व डैमेज का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानते हैं कि यह आपकी सेहत को कैसे प्रभावित कर सकता है:
1. गलत पोश्चर से रीढ़ की हड्डी पर असर
अगर आप झुककर या गलत मुद्रा में बैठते हैं, तो रीढ़ की हड्डी का नेचुरल कर्व बिगड़ सकता है। इससे स्लिप डिस्क, सर्वाइकल पेन और लोअर बैक पेन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. नर्व कंप्रेशन और ब्लड सर्कुलेशन पर असर
लगातार एक ही स्थिति में बैठे रहने से नर्व्स पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे हाथों और पैरों में झनझनाहट, सुन्नपन और कमजोरी महसूस हो सकती है। इससे साइटिका और कंप्यूटर नर्व सिंड्रोम जैसी समस्याएं होने का खतरा रहता है।
3. मसल्स और जॉइंट्स की जकड़न
एक ही पोजीशन में अधिक देर तक बैठने से गर्दन, कंधों और पीठ के मसल्स टाइट हो सकते हैं, जिससे स्पोंडिलोसिस और गठिया जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
4. मोटापा और हार्ट डिजीज का खतरा
लंबे समय तक बैठे रहने से शरीर की कैलोरी बर्निंग क्षमता कम हो जाती है, जिससे वजन बढ़ सकता है। यह डायबिटीज, हाई बीपी और हार्ट डिजीज जैसी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है।
(साभार)