बीरोंखाल निवासी महिला गुरुग्राम में परिजनों से बिछड़ी
सीएम कार्यालय, पुलिस के समन्वय से सकुशल घर पहुंची
गुरुग्राम। हरियाणा के पुलिस पोस्ट सेक्टर 93 गुरुग्राम के पुलिस स्टेशन सेक्टर 10 से रात के करीब 10 बजकर 35 मिनट पर वरिष्ठ पत्रकार शशि भूषण मैठाणी के मोबाइल पर फोन कॉल आई। गुरुग्राम के थाने से पुलिस कर्मी अशोक गुर्जर ने मैठाणी को बताया गया कि आपके गांव की एक बुजुर्ग महिला हमारे थाने में हैं, जो कि रास्ता भटक गई हैं। वह अपने बेटे का नाम नरेंद्र बता रही हैं, लेकिन बाकी कुछ उन्हें मालूम नहीं है।
मैठाणी ने बताया कि मैंने सच्चाई जानने के लिए फोन करने वाले शख्स से कहा कि आप मेरी बात महिला से करवाओ साथ ही महिला सहित थाने की फोटो थाना स्टॉफ के साथ भेजें। उधर से पुलिस कर्मियों ने फोटो साझा की और मेरी बात महिला से करवाई। मैंने बुजुर्ग महिला से गढ़वाली में बात की तो वह काफ़ी परेशान दिखीं। उनकी बोली भाषा पौड़ी की थी मैंने उन्हें कहा आप अपना गांव और ब्लॉक का नाम बता दीजियेगा। बातचीत में महिला ने जैसे ही गांव के नाम के अलावा बीरोंखाल ब्लॉक बताया तो मैंने गुरुग्राम पुलिस को कहा कि बस 10 मिनट का समय दीजिए माता जी अपने परिवार से मिल जाएंगी।
शशि भूषण मैठाणी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के वरिष्ठ प्रमुख निजी सचिव के. के. मदान से संपर्क किया, और उन्हें सम्बंधित घटना की जानकारी दी। उनसे बीरोंखाल के एस डी एम या थाने का नंबर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
मदान ने क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों के नम्बर उपलब्ध करा दिए। बीरोखाल में थाना इंचार्ज सुनील पँवार का सम्पर्क गुरुग्राम थाने से करवाया गया। थाना इंचार्ज सुनील पंवार ने बीरोंखाल में बुजुर्ग माता जी के घर गांव का पता मालूम किया। और हरियाणा पुलिस का संपर्क गुरुग्राम में रह रहे माता जी के परिवार से करा दिया, जिसके बाद सबने राहत की सांस ली। गौरतलब है कि गुरुग्राम पुलिस को पत्रकार शशि भूषण का नंबर गूगल से मिला।
हरियाणा में गुरुग्राम पुलिस के ASI शैलेन्द्र, ASI अशोक मानकशॉ व CT परवीन के अलावा बीरोखाल पौड़ी में थाना इंचार्ज सुनील पँवार के प्रयास से बीरोंखाल निवासी अपने परिजनों से मिल पायीं।