Breaking News
उत्तराखण्ड नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जल्द जारी होगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित
कल से शुरू होगा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट, जाने मैच से जुडी बातें
मुख्यमंत्री धामी ने सौंग बांध परियोजना पर विस्थापन की कार्यवाही जल्द करने के दिए निर्देश
सीएम नायब सैनी ने बाबा सरसाई नाथ मेडिकल कॉलेज का किया भूमि पूजन, दो साल में पूरा करने का लक्ष्य
कांतारा: चैप्टर 1 की रिलीज डेट आउट, 2 अक्टूबर 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म
अनियंत्रित होकर बसों से टकराया डस्ट से भरा ट्राला, वाहनों में लगी आग, तीन बसें जलकर हुई खाक
सीएम नायब सैनी ने देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट‘, फिल्म को हरियाणा में किया टैक्स फ्री
सर्दियों में टूटने लगे हैं बाल तो इस चीज से करें मालिश, नहीं होगा नुकसान

किसानों का मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच, अपनी समस्याओं और मांगों को लेकर सौंपेंगे ज्ञापन 

हरियाणा।  कुरुक्षेत्र के पिपली में ताऊ देवीलाल पार्क में जुटे किसानों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया। किसानों का कहना है कि वे अपनी समस्याओं और मांगों को लेकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं। फिलहाल किसान नेताओं ने घोषणा की है कि मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचकर वे एक ज्ञापन सौंपेंगे।

पंचायत में शामिल किसानों का मुख्य मुद्दा फसल अवशेष जलाने के मामलों में दर्ज की गई कार्रवाई है, जिससे किसानों पर रिकॉर्ड में ‘रेड एंट्री’ हो रही है, और इससे उन्हें आगामी दो वर्षों तक फसल बेचने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।

आज विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेशभर के किसान एकत्र हुए थे। पंचायत के दौरान किसान नेताओं ने अपनी प्रमुख मांगों को सामने रखते हुए, आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। किसानों का कहना है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुईं, तो वे मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की योजना बना सकते हैं।

पंचायत में किसान नेताओं रतन मान और सुरेश कोथ सहित सैकड़ों किसान पहुंचे हैं। किसानों की मांगों में मुख्य रूप से फसल अवशेष जलाने को लेकर उन पर दर्ज किए गए मामलों और ‘रेड एंट्री’ का मुद्दा है। किसानों का आरोप है कि फसल अवशेष जलाने के आरोप में उनके खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं, जिससे उनके रिकॉर्ड पर ‘रेड एंट्री’ की जा रही है। इसका परिणाम यह होता है कि किसान अपनी फसल को दो साल तक मंडियों में नहीं बेच सकते।

इसके अलावा, किसानों पर जुर्माना लगाए जाने और गिरफ्तारी की घटनाओं से किसान वर्ग में रोष है। उनका कहना है कि यह दमनकारी कदम उनके लिए असहनीय हैं। पुलिस ने संभावित घेराव को देखते हुए सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top