हरियाणा। गर्मी का सितम जारी है। भीषण गर्मी के साथ लोगों को गर्म हवाओं के थपेड़े झेलने पड़ रहे हैं। राज्य के 19 जिलों में वीरवार को 45 डिग्री से ऊपर तापमान रहा। पंचकूला, अंबाला और करनाल में 45 डिग्री से नीचे तापमान दर्ज किया गया। सिरसा में 49.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया, जो राज्य में सबसे अधिक रहा। वहीं, सिरसा, हिसार, नारनौल, रोहतक और अंबाला में दिन भर लू चलती रही।
लगभग सभी शहरों में दिन का तापमान सामान्य से पांच डिग्री ज्यादा दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि प्रचंड गर्मी से लोगों को 31 मई से राहत मिलना शुरू हो जाएगी। एक दो जगहों पर बारिश हो सकती है। एक जून को ज्यादा जगहों पर बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। इससे दिन व रात के तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट आ सकती है। इसके साथ ही गर्म हवाओं पर भी विराम लगेगा। तीन जून तक गर्मी से राहत रहेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक 30 मई की रात से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके आंशिक असर हरियाणा और पंजाब में भी देखने को मिलेगा। इससे कुछ जगहों पर बारिश होगी। साथ ही हवाओं की दिशा में बदलाव आएगा। पश्चिमी विक्षोभ के दौरान हवाएं पहाड़ों से आएंगी, इससे तापमान में परिवर्तन में आएगा। अभी हवाएं राजस्थान की ओर से आ रही हैं, जो काफी गर्म और शुष्क हैं, जो तापमान बढ़ा रही हैं। अब इन हवाओं में ब्रेक लगेगा।
मौसम विभाग के अनुसार अंबाला में 44.7, हिसार में 47 डिग्री, करनाल में 43.4 डिग्री, नारनौल में 47.5 डिग्री, रोहतक में 47.5, सिरसा में 49.1, फरीदाबाद में 47.4, हिसार के बालसमंद में 48 डिग्री, झज्जर में 47.9, जींद में 48.4, महेंद्रगढ़ में 47.6, मेवात में 46.8, नूंह में 48.9, पलवल में 45.8, पंचकूला में 43.9, पानीपत में 45.6, रेवाड़ी में 46.9, सोनीपत में 47 डिग्री, यमुनानगर में 45.9, चरखी दादरी में 47.2, गुरुग्राम में 46.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं, रात का तापमान भी लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को न्यूनतम तापमान में लगभग दो डिग्री की बढ़ोतरी की गई है। महेंद्रगढ़ में न्यूनतम तापमान में 33.3 डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं, नारनौल में 32.4 डिग्री, करनाल में 30, फरीदाबाद में 31.7, रेवाड़ी में 31.5 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ।
केरल में मानसून का आगमन तय समय से दो दिन पहले ही हो गया है। इससे संभावना जताई जा रही है कि पूरे देश में इस बार मानसून थोड़ा जल्दी पहुंच सकता है। चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक एके सिंह ने बताया कि हरियाणा में मानसून की तय तारीख 29 जून है। जिस तरह से केरल में दो दिन पहले आया है, उसके मुताबिक हरियाणा में भी 27 या उससे पहले भी मानसून की एंट्री हो सकती है।
पिछले साल हरियाणा के आधे शहरों में 24 जून को मानसून ने दस्तक दी थी। उसके बाद दो जुलाई को मानसून ने पूरे हरियाणा को कवर कर लिया था। 2008 में हरियाणा में मानसून13 जून को ही प्रवेश कर गया था। यह अब तक की सबसे जल्दी मानसून आने की तारीख है। वहीं, देरी की बात करें तो 27 जुलाई 1987 को सबसे देरी से मानसून हरियाणा में दस्तक दी थी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक हरियाणा में मानसून इस बार सामान्य रहेगा। इसका मतलब है कि मानसून के महीने में अच्छी बारिश के संकेत हैं।
गर्मी की एक बड़ी वजह कम बारिश भी है। एक मार्च से लेकर 30 मई तक हरियाणा में 43 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। हरियाणा में इस समयावधि के दौरान 44 एमएम बारिश दर्ज की जानी चाहिए थी, मगर अब तक 24.9 एमएम बारिश ही रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक जिन शहरों में 60 से 99 फीसदी तक कम बारिश दर्ज होती है, वह शहर यलो जोन के अंतर्गत आते हैं। इसके अनुसार हरियाणा के सिरसा में 68 फीसदी, भिवानी में 84 फीसदी, महेंद्रगढ़ में 86 फीसदी, रेवाड़ी में 80 फीसदी, झज्जर में 83 फीसदी, गुरुग्राम में 82 फीसदी, नूंह में 67 फीसदी, सोनीपत में 62 फीसदी बारिश की कमी दर्ज की गई है।