नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में पुलिस ने देर शाम को बारामूला जिले में कई जगह छापेमारी की. इस दौरान मानव तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ हुआ , जिसमें की पुलिस ने 4 नाबालिग लड़कियों को बचा लिया. इस मामले की जानकारी देते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि इस घटना में जो भी 2 आरोपी शामिल थे, उनको गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं इन दोनों से पूछताछ की जा रही है ताकि मानव तस्करी में शामिल और लोगों की जानकारी भी सके. बताया जा रहा है कि चारों लड़कियां म्यांमार की नागरिक हैं।
पुलिस ने बताया कि उन्हें विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली थी जिसके बाद उशकुरा इलाके में छापा मारा गया. छापे के दौरान, पुलिस ने शकील अहमद भट नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में, भट ने कबूल किया कि वे नाबालिग लड़कियों की तस्करी और उनका शोषण करता था. उसके घर से तीन रोहिंग्या समुदाय की नाबालिग लड़कियां बरामद हुईं जो म्यांमार की रहने वाली थीं. शकील अहमद ने आगे खुलासा किया कि उसने एक और लड़की को बारामूला शहर के कनली बाग इलाके में रहने वाले मेहराज अहमद तांत्रे को बेचा था. तांत्रे के घर पर छापेमारी कर पुलिस ने एक और रोहिंग्या नाबालिग लड़की को बचाया. पुलिस ने शकील अहमद और अहमद तांत्रे दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल, पुलिस रैकेट में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है।
आपको बता दें कि म्यांमार में जारी तनाव के बीच पिछले कुछ सालों से बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमानों ने भारत में पनाह ली है. इसके साथ ही उन्होंने कई अन्य देशों में शरण ली हुई है. संसाधंनो के अभाव के कारण जहां एक तरफ रोहिंग्या मुसलमान आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं, तो दूसरी तरफ उन्हें भी कई बार इन आपराधिक गतिविधियों का शिकार होना पड़ता है. ये घटना मानव तस्करी के खतरे और समाज में इसके कुप्रभावों को उजागर करती है।