हरियाणा। तोशाम से विधायक एवं पूर्व मंत्री किरण चौधरी व उनकी बेटी श्रुति चौधरी के साथ नाइंसाफी हुई है। मैं चाहती थी कि वह दोनों साथ रहतीं तो हम मिलकर कांग्रेस के लिए काम करतीं। सैलजा का इशारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की ओर था। उन्होंने यहां तक कहा कि पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह के साथ भी यही हुआ था।
कांग्रेस से नवनिर्वाचित सांसद कुमारी सैलजा शहर के एक निजी रिज़ॉर्ट में कार्यकर्ता अभिनंदन सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं। उन्होंने कहा कि किरण, श्रुति सहित कई नेताओं के साथ नाइंसाफी हुई। यही कारण है कि दोनों को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने का फैसला करना पड़ा। कुमारी सैलजा ने भविष्य के लिए किरण व श्रुति को शुभकामनाएं दीं।
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि चौधरी बीरेंद्र सिंह के साथ भी नाइंसाफी हुई थी। इसी तरह रणजीत सिंह चौटाला सहित कई अन्य नेता भी हैं, जिन्होंने पार्टी छोड़ी। हालांकि बीरेंद्र सिंह कांग्रेस में लौट आए हैं। उन्होंने कहा कि किरण चौधरी, श्रुति चौधरी, रणजीत सिंह सुरजेवाला व बीरेंद्र सिंह ने लोकसभा चुनाव में खूब मेहनत कीं, जिसका नतीजा है कि वे सिरसा से जीतकर सांसद बनीं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में सपोर्ट करने पर सभी नेताओं का आभार जताया।
एक सवाल के जवाब में सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बड़ा परिवार है। इसलिए इस तरह के हालात अक्सर बन जाते हैं। पार्टी में नए नेताओं को लगातार शामिल किया जा रहा है और पुरानों की अनदेखी हो रही है। पार्टी को सबको साथ जोड़कर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया का बर्ताव भी किरण चौधरी व श्रुति चौधरी के प्रति अच्छा नहीं रहा। पार्टी में चल रही सभी बातों को हाईकमान के समक्ष रखा जाएगा। यह सब बातें पार्टी फोरम में होंगी।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सैलजा ने कहा कि उन्हें सिखाने वाला कांग्रेस में कोई भी नहीं है। अगर कोई इक्का-दुक्का है तो उनसे बातचीत होती रहती है। वर्षों से वे पार्टी के साथ जुड़ी हैं और खून-पसीने से कांग्रेस को सींचने का काम किया है।
किसी भी सूरत में पार्टी छोड़ने की सोचना तो दूर, कभी ऐसी बात भी नहीं सोची। उन्होंने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें जो बोलना हैं बोलते रहें, इससे उनको कोई फर्क नहीं पड़ता।
बीरेंद्र सिंह को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सांसद सैलजा ने कहा कि वे पार्टी के कद्दावर नेता हैं। साथ मिलकर काम करेंगे और पार्टी को मजबूत बनाएंगे। उन्होंने गुरुग्राम से अजय यादव को टिकट नहीं देेने को फैसले को भी दुखद बताया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तंज कसते हुए सैलजा ने कहा कि प्रदेशाध्यक्ष होते हुए उन्हें भी काम नहीं करने दिया गया।