कुरुक्षेत्र। जजपा के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय चौटाला ने इनेलो नेता और अपने चाचा अभय चौटाला को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि वे जातिगत राजनीति करने लगे हैं, लेकिन लोस चुनाव में 50 हजार वोट भी हासिल नहीं कर पाएंगे। उनकी जमानत भी नहीं बच पाएगी। दिग्विजय चौटाला कुरुक्षेत्र पहुंचे थे, जहां उन्होंने थानेसर, लाडवा व पिहोवा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।
उन्होंने पार्टी के शहरी अध्यक्ष योगेश शर्मा के कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अभय चौटाला ने बयान दिया है कि इस चुनाव में जाट व बनिया की लड़ाई है। ऐसे बयान राजनीति के गिरते स्तर को दर्शा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जाट आरक्षण के दौरान भी अभय चौटाला और भूपेंद्र हुड्डा ही जातिगत तौर पर केंद्र बिंदू बने थे और दोनों ही शून्य पर पहुंच चुके हैं। हमारे परदादा देवीलाल खुद की जाति कमेरे की बताते थे, वहीं अभय चौटाला ने ठीक उनके विपरीत ऐसा बयान देकर 35 जातियों को अपनाने से इंकार कर दिया है।
वहीं जिस जाति को उन्होंने अपना होने का दावा किया है उसने उन्हें कभी अपनाया नहीं। कुरुक्षेत्र में ही उनके बेटे को भी कितने वोट मिले थे, यह सभी जानते हैं। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि कुरुक्षेत्र में बाहरी लोग आते हैं और लोगों को गुमराह कर वोट लेने में कामयाब हो जाते हैं जबकि यहां काम करने को कोई तैयार नहीं है।
ऐसे में जजपा यहां पर स्थानीय उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में उतारेगी और इसके लिए पांच से छह नाम सामने आए हैं, जिन पर चर्चा की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कभी खाली बोरी तक को हाथ नहीं लगाया और कभी श्रमिक के बारे में सोचा तक नहीं, वे अब गेहूं कटाई से लेकर उठान तक करके दिखावा कर रहे हैं, लेकिन जनता सब हकीकत जानती है। ऐसे वोट मिलने वाले नहीं है।