हरियाणा। यमुनानगर में एक माह के नवजात बच्चे को मौत के घाट उतारने वाली उसकी मां शिवपुरी-बी कॉलोनी की कोमल को थाना गांधी नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कोमल को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस ने उसे एक दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस को महिला से वह ब्लेड बरामद करना है, जिससे उसने अपने नवजात बच्चे का गला रेता था। वहीं कोमल को अब अपने किए पर पछतावा हो रहा है। वह कह रही है कि उसने गुस्से में इतना बड़ा कदम उठा लिया। उसके बेटे का कोई कसूर नहीं था। वह अपने किए पर भगवान व बच्चे से क्षमा मांग रही है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि कोमल पर उसका पति शक करता था।
कोमल का आरोप है कि पति सुमित कुमार उसे अपना मानने से इंकार कर दिया था। इसकी बड़ी वजह यह थी कि जब कोमल गर्भवती हुई तो वह उस दौरान अपने मायके अधोई में गई हुई थी। मायके से ससुराल आकर जब कोमल ने अपने गर्भवती होने की बात बताई तो पति उस पर गुस्सा होने लगा। वह बच्चे को अपना मानने से ही इंकार कर करने लगा। कोमल ने पुलिस को बताया कि इसी बात को लेकर पति उसे बार-बार ताने मारने लगा। जिससे वह हर वक्त परेशान रहने लगी। परेशानी की वजह से ही उसके बेटे का जन्म आठ माह में ही हो गया। कोमल ने पुलिस को यह भी बताया कि जब बच्चे का जन्म हुआ तो भी उसके ससुराल वालों ने उसे बहुत ताने मारे।
दो मार्च को कोमल ने नागरिक अस्पताल में लड़के को जन्म दिया था। आठ माह में डिलीवरी होने के कारण बच्चा कमजोर था इसलिए उसे निक्कु वार्ड में रखा गया। 24 मार्च को बच्चे को अस्पताल से छुट्टी मिली और वह उसे लेकर घर चले गए। परंतु बच्चे को अपनाने व ताने मारने का सिलसिला कम नहीं हुआ। पुलिस के अनुसार कोमल इस बात से बहुत गुस्सा थी। एक अप्रैल की रात जब वह पति व बेटे के साथ कमरे में सो रही थी तो वह आधी रात को उठी।
उसने ब्लेड से एक माह के बच्चे का गला काट दिया। परंतु बच्चा मरा नहीं। इसलिए उसने बच्चे को जमीन पर पटक दिया। जिसके बाद उसे कपड़े की गठरी में बांध कर रख दिया। दो अप्रैल को सुमित उठा तो उसे बच्चा मृत मिला। परिजनों ने उसे श्मशान घाट में दफना दिया था। बाद में सुमित को पता चला कि कोमल ने ही बेटे की हत्या की है तो उसने चार अप्रैल को थाना गांधी नगर में कोमल के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया।