फरीदाबाद। कोतवाली थाने के अंतर्गत टाउन नंबर-2, डी ब्लाक में घर में घुसकर बुजुर्ग सतीश कुमार (60) की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। रात को जब मृतक का बेटा आया तब वारदात का पता लगा। सूचना मिलने पर थाना पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर आई और जांच शुरू की। अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। रविवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया। सामने लगे सीसीटीवी कैमरे में एक शख्स मकान के अंदर-बाहर आता-जाता दिखाई दे रहा है। पुलिस व स्वजन को इसी पर शक है। पुलिस इस शख्स की तलाश कर रही है। यहां रहने वाले सतीश कुमार एनआइटी बस अड्डा के पास सोडा-पानी की रेहड़ी लगाते थे। इनके दो बेटे यतिन व सुमित हैं। यतिन दिल्ली ओखला स्थित एक कंपनी में जॉब करते हैं। छोटा सुमित दिव्यांग है। वह एक कपड़े के शोरूम पर जाता है। यतिन की शादी हो चुकी है। लेकिन फिलहाल इनकी पत्नी अपने मायके गई हुई थी। इसलिए शनिवार दिन में घर पर कोई नहीं था।
सतीश कुमार रोज शाम चार बजे के बाद रेहड़ी लेकर अपने घर पहुंच जाते थे। शनिवार को करीब चार बजे अपने घर आ रहे थे। इनके पीछे एक युवक था। घर से कुछ दूरी पर सतीश ने मुड़कर उस युवक को वहीं रुकने के लिए हाथ का इशारा किया। इसके बाद वह गेट खोलकर अपने घर के अंदर पहली मंजिल पर बने कमरे में चले गए। वह अनजान शख्स रुका नहीं बल्कि बुजुर्ग के पीछे-पीछे मकान के अंदर चला गया। इसके बाद वह 5.22 पर मकान के बाहर निकाला। उसने अपनी हाफ काली शर्ट के ऊपर एक सफेद कमीज और पहनी हुई थी जो बुजुर्ग के बेटे यतिन की थी। उसके हाथ में एक थैला भी था। आशंका है कि हत्या करते समय उसकी शर्ट पर खून लग गया था, इसी वजह से उसने उसके ऊपर दूसरी शर्ट पहनी। रात करीब नौ बजे सतीश का बड़ा बेटा यतिन ड्यूटी से आया। उसने देखा कि पिता अंदर बेड पर चादर ओढ़कर लेटे हुए हैं, लेकिन पंखा नहीं चल रहा है। उसे शक हुआ कि गर्मी पड़ रही है और पिता बिना पंखे के चादर कैसे ओढ़े हुए हैं।
उनके पिता को जगाने की कोशिश की लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। इसके बाद जब चादर हटाई तो पिता को खून से लथपथ देखा। चाकू से हाथ, छाती व शरीर के अन्य हिस्सों पर करीब 10 से 12 वार किए गए थे। स्थानीय निवासी एक युवक ने बताया कि वह टैक्सी चलाता है। उसने इसी अनजान शख्स को शाम को सतीश कुमार की रेहड़ी पर बैठे हुए देखा था। वह उस समय रेहड़ी पर ही था। युवक ने अनजान शख्स से बात भी की थी। उस अनजान शख्स ने बताया था कि वह टैटू बनाता है और उसने युवक से हरिद्वार जाने के लिए टैक्सी के बारे में भी पता किया था। ऐसा लग रहा था कि अनजान शख्स सतीश कुमार को जानता है। अनजान शख्स को शायद यह भी मालूम था कि सतीश कुमार के घर इस समय और कोई नहीं होगा।
सतीश कुमार के भाई चंदर प्रकाश यहीं पर भूतल पर परिवार सहित रहते हैं। प्रथम मंजिल पर जाने का रास्ता अलग है। अनजान शख्स सतीश कुमार का बेरहमी से हत्या कर चला गया लेकिन नीचे किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। यह सोचकर सभी हैरान हैं। क्योंकि चाकू से वार के समय सतीश कुमार चिल्लाए भी होंगे। मामले के जांच अधिकारी एएसआइ सतबीर सिंह का कहना है कि हर एंगल से जांच की जा रही है। युवक की तलाश में क्राइम ब्रांच की टीमें भी लग गई हैं।