रायपुर। बस्तर पुलिस ने गुरुवार को बताया कि बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए एक आईईडी विस्फोट में दो सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और चार जवान घायल हो गए। पुलिस ने कहा, दारभा डिवीजन, पश्चिम बस्तर डिवीजन और मिलिट्री कंपनी नंबर 2 की उपस्थिति के बारे में जानकारी मिलने पर, उक्त जिलों से एसटीएफ, डीआरजी, कोबरा और सीआरपीएफ की टीमों ने एक संयुक्त अभियान चलाया।’
शहीद जवानों की पहचान रायपुर के रहने वाले कॉन्स्टेबल भरत साहू और नारायणपुर के रहने वाले कॉन्स्टेबल सत्येंद्र सिंह कंगे के रूप में हुई है। जिला पुलिस के अनुसार, सुरक्षाकर्मी जिले में नक्सल विरोधी अभियान का हिस्सा थे और तलाशी अभियान से लौट रहे थे, तभी यह घटना हुई। पुलिस ने बताया कि घायल एसटीएफ जवानों के इलाज का उचित प्रबंध किया गया है और उक्त क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे गए हैं।
गौरतलब है कि बुधवार को एक महत्वपूर्ण नक्सल विरोधी अभियान में, सुरक्षा बलों ने महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर वांडोली गांव में एक बड़ा हमला किया, जिसमें 12 नक्सलियों की मौत हो गई और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए। डिप्टी पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में लगभग 10 बजे शुरू किए गए अभियान में सात सी60 दल शामिल थे। यह हमला इस इलाके में डेरा डाले हुए 12-15 नक्सलियों की मौजूदगी के बारे में मिली विश्वसनीय सूचना पर आधारित था। क्षेत्र की तलाशी के दौरान, सुरक्षा बलों को तिड़कागढ़ दल के प्रभारी डीवीसीएम लक्ष्मण आत्राम, जिन्हें विशाल आत्राम के नाम से भी जाना जाता है, सहित 12 नक्सलियों के शव बरामद हुए।
मुठभेड़ के दौरान सी60 यूनिट के एक पुलिस उप-निरीक्षक (PSI) और एक जवान को गोली लग गई। दोनों को निकालकर नागपुर रेफर कर दिया गया है, जहां वे अब खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।