हरियाणा। विधानसभा आम चुनाव के दौरान लगी आचार संहिता में रेलवे रोड पर अतिक्रमण हटाने पहुंचे निगम अधिकारियों के साथ बाजार के कुछ दुकानदारों का विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि नौबत हाथापाई के बाद मारपीट तक पहुंच। निगम की इस टीम में उप निगम आयुक्त से लेकर एटीपी, सीएसआई, जेई और निगम के अन्य कर्मचारी भी शामिल थे। इस विवाद की वीडियो वायरल हो रही है। हालांकि रात तक निगम अधिकारियों ने इसकी शिकायत पुलिस को नहीं दी।
निगम अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने मामला निगम आयुक्त के संज्ञान में दे दिया है। शुक्रवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाएगी। जबकि बाजार प्रधान अनिल मदान का कहना है कि निगम की ओर से दुकानदारों के साथ बदतमीजी की गई थी, इसे लेकर शुक्रवार को बैठक बुलाई जाएगी। अब शुक्रवार को देखना ये है कि क्या निगम अधिकारी बाजार प्रधानों, नेताओं की बात मान कर मामला रफा दफा करते हैं या पुलिस को शिकायत देकर मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं।
निगम अधिकारियों का कहना है कि वे वीरवार को नगर निगम के ताऊ देवी लाल कॉम्प्लेक्स से रेलवे रोड को जाने वाले मुख्य रास्ते पर अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। इस रोड पर हर वक्त अतिक्रमण रहने की वजह से जाम लगा रहता है। इस कार्रवाई के लिए उप निगम आयुक्त अरुण भार्गव, एटीपी योगेश तोमर, सीएसआई जितेंद्र समेत निगम के दो जेई और अन्य कर्मचारी भी पहुंचे। यहां सड़क पर रखा दुकानदारों क सामान हटवाने का प्रयास किया गया तो बाजार के दुकानदारों और कुछ अन्य लोगों ने निगम टीम का विरोध किया। देखते ही देखते मामला तूल पकड़ गया।
बताया जा रहा है कि इसके बाद आक्रोशित लोगों ने निगम अधिकारियों के साथ हाथापाई करते हुए मारपीट कर दी। मौके पर निगम कर्मचारियों को अपना ट्रैक्टर ट्राली छोड़कर भागना पड़ा।
इस मामले की सूचना निगम अधिकारियों ने तुंरत निगम आयुक्त को दी। आयुक्त ने आश्वासन दिया कि वे इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक से बात करेंगे और इसकी शुक्रवार को शिकायत दर्ज करवाएंगे। ऑन ड्यूटी निगम अधिकारियों और निगम कर्मचारियों के साथ मारपीट करना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
दूसरी ओर दुकानदारों ने बाजार प्रधान अनिल प्रधान को मौके पर बुलाया। देर रात तक दुकानदारों, बाजार प्रधान और उप निगम आयुक्त की बैठक भी हुई। प्रधान अनिल मदान ने कहा कि इस मामले को लेकर दोनों पक्षों की शुक्रवार को बैठक बुलाई गई है। बैठक में स्थिति स्पष्ट होगी कि गलती किसकी है।