अंबाला। हरियाणा के अंबाला के सुभाष पार्क की चार एकड़ जमीन में बनी झील में सैकड़ों मछलियों की अचानक मौत हो गई। पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने इसकी जांच के निर्देश देकर मामला दर्ज करने की बात कही है। छावनी नगर परिषद (नप) के अधिकारियों ने पार्क में पहुंचकर जांच की। पार्क पहुंचे नप सचिव ने मछलियों के मरने की जानकारी नप के कार्यकारी अधिकारी को दी और मत्स्य विभाग की मदद मांगी। इसके बाद मत्स्य विभाग की टीम भी विशेषज्ञों के साथ सुभाष पार्क पहुंच गई और मृत मछलियां सहित पानी के सैंपल लेने में जुट गई।
मामले की तह तक पहुंचने के लिए मत्स्य पालन विभाग के विशेषज्ञों ने सैंपल लेने के बाद जब जांच की तो पता लगा कि झील के पानी का तापमान अधिक है और यही कारण है कि झील की मछलियां ने दम तोड़ दिया। जांच में यह भी सामने आया कि इस पानी में कोई भी संदिग्ध और नशीली वस्तु का मिश्रण नहीं है।
मत्स्य विभाग से मंत्रणा करने के बाद अब नगर परिषद ने फैसला किया कि मरी हुई मछलियाें को निकालकर पानी को साफ किया जाएगा, जिससे कि दोबारा से इस प्रकार की घटना न हो। पानी के स्तर को भी बढ़ाने पर विचार हो रहा है। इसके अलावा पानी को फिल्टर करने के लिए मशीनों को लगाने की योजना पर भी मंत्रणा शुरू हो गई है, जिससे कि गर्मी बढ़ने के बावजूद पानी गर्म न हो।
झील में मछलियों के मरने का असर पूरे पार्क में आने लगा है। रविवार को पार्क में काफी भीड़ रहती है, जहां मरी हुई मछलियों के कारण पूरा क्षेत्र बदबू से ग्रस्त था तो वहीं दूसरी तरफ मृत मछलियों में ही बोटिंग कराई जा रही थी। इसमें छोटे बच्चे और महिलाओं की संख्या अधिक थी जोकि कभी भी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं और इससे उन्हें स्किन की समस्या भी झेलनी पड़ सकती है। हालांकि नप ने बोटिंग पर किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है।
हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री के संज्ञान में मामला आया था कि किसी ने सुभाष पार्क की झील में कोई संदिग्ध वस्तु फेंक दी है और इससे सैकड़ों मछलियां मर गई हैं। जब जांच की गई तो मामला हीट वेव का निकला। इसमें मत्सय विभाग की मदद ली गई। उनके विशेषज्ञों ने मछलियां के मरने का कारण हीट वेव और गर्म पानी बताया है। अब इस समस्या के समाधान के लिए टीम जुट गई हैं। -जरनैल सिंह, कार्यकारी अभियंता, नप सदर।