हरियाणा। बैंड-बाजा और बरात के साथ चंडीगढ़ से उत्तर प्रदेश पहुंचे एक दूल्हे को बिना दुल्हानिया के ही वापस लौटना पड़ा। हैरानी की बात यह है कि दुल्हन और उसके परिवार की तरफ से यूपी के रहीमाबाद में बताया गया पता ही झूठा निकला। जो पता दुल्हन के परिवार ने बताया था वहां कोई शादी समारोह स्थल था ही नहीं। बाजे-गाजे के साथ पहुंची बरात और दूल्हे को न तो शादी का मंडप मिला और न ही दुल्हन। दूल्हा रातभर दुल्हन और उसके परिवार को फोन करता रहा, लेकिन सभी के नंबर बंद थे। दुल्हे ने स्थानीय लोगों से लड़की का नाम और परिवार के बारे में पूछा तो हकीकत सामने आई कि इस एरिया में इस नाम की न कोई लड़की है और ऐसा कोई परिवार रहता है। इसके बाद पीड़ित दूल्हे ने मलिहाबाद के रहिमाबाद पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
चंडीगढ़ से ही शुरू हुई थी प्रेम कहानी
सोनू ने बताया कि वह चंडीगढ़ में नौकरी करता है। करीब चार साल पहले चंडीगढ़ में ही वह काजल नाम की लड़की के संपर्क में आया। इसके बाद उन दोनों की मुलाकात भी होने लगे की थी। दूल्हे सोनू के मुताबिक लड़की ने उसे बताया कि वह रहीमाबाद की रहने वाली है। दोनों के बीच में लगातार मुलाकात के बाद दोनों ने शादी का फैसला किया। शिकायतकर्ता दूल्हे के मुताबिक उसने लड़की के कहने पर उसके पिता शीश लाल से भी बात की, जिन्होंने शादी के लिए मंजूरी दे दी और 11 जुलाई को शादी की तारीख तय कर दी।
लड़की बोली- सभी तैयारियां हो चुकी है
शिकायतकर्ता दुल्हे सोनू ने पुलिस को बताया कि उसकी 10 जुलाई आखिरी बार मोबाइल पर लड़की काजल से बात हुई थी। लड़की ने उसे बताया कि शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और उसके रिश्तेदार आ चुके हैं। इसलिए वह फोन पर बात नहीं कर पाएगी। इसके बाद जब वह बताए गए विवाह स्थल पर बरात लेकर पहुंचे तो उन्हें न तो शादी का मंडप मिला और न ही दुल्हन और उसका परिवार। इस दौरान उसने लड़की और उसके परिवार से फोन पर संपर्क करने का भी प्रयास किया, लेकिन फोन लगातार बंद आते रहे।
असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर मलिहाबाद ने बताया कि इस तरह के ठगी के एक मामले की शिकायत आई है। जिसमें चंडीगढ़ में नौकरी करने वाला युवक अपनी बरात लेकर आया था। लेकिन शादी के लिए बताए गए वेन्यू और दुल्हन पक्ष के न मिलने के चलते वह काफी परेशान होने के बाद शिकायत देकर चले गए।