हरियाणा। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अफीम तस्करी के मामले में झूठा केस बनाने की बात कहकर चार लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए एचएयू के चार नंबर गेट के सामने से होटल संचालक संचित को गिरफ्तार किया है। टीम ने रिश्वत लेने के मामले में तीन पुलिस कर्मचारियों सहित 6 के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। बचे हुए पांच आरोपियों की तलाश में टीम दबिश दे रही है। आरोपी पीड़ित से पांच लाख रुपये पहले ही ले चुके हैं।
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो को दी गई शिकायत में तलवंडी बादशाहपुर निवासी सुधीर ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है। साढ़े तीन साल से एडवोकेट के पास मुंशी है। दुर्जनपुर के रहने वाले सुनील से तीन माह पहले जान पहचान हुई थी। 10 जून को सुनील ने मेरे पास फोन कर कहा कि उसने एक फर्म बनाई है। फर्म के जीएसटी से संबंधित दस्तावेज तैयार करने है। उसके कहने पर बड़ोपल निवासी अपने दोस्त आशुतोष के साथ लांधड़ी टोल के पास पहुंचा। वहां पर सुनील मौजूद था। उसने अपनी कार में बैठाया फिर हम जवाहर नगर में संचित के होटल पर आ गए। वहां पर रात को रुके।
सुबह सुनील ने कहा कि दुर्जनपुर गांव से घर से चेक और अन्य दस्तावेज लेने हैं। उसके साथ सुबह कार में बैठकर उसके घर गए। वहां पर चाय पीने के बाद उसने दस्तावेज ले लिए। वापस शहर की तरफ आ रहे थे तो रास्ते में एक कार आकर रुकी। उसमें एक एसआई राजेश कुमार और दो अन्य थे। उन्होंने आते ही सुनील के साथ मारपीट की। हम दोनों को अपनी गाड़ी में बैठा लिया और सिरसा ले गए। वहां एक होटल में ले गए। एसआई राजेश ने कहा कि अंबाला से अफीम पकड़ी है, अगर दोनों ने 10-10 लाख रुपये नहीं दिए तो एनडीपीएस के केस में फंसा देंगे। उसके बाद वे सिरसा बाईपास पर ले आए। रात को उसके चाचा ने एसआई को पांच लाख रुपये दे दिए।
सुनील के भाई अंकुश ने भी पांच लाख रुपये दे दिए। रुपये लेने वालों ने कहा कि बाकी रुपये जल्द देना नहीं तो केस में फंसा देंगे। शनिवार 15 जून को दोबारा से एसआई का फोन आया और उसने बाकी रुपये मांगे। इस बारे में सुधीर ने शिकायत दी। शिकायत के आधार पर निरीक्षक जय कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई। टीम ने जवाहर नगर में होटल संचालक संचित को चार लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ लिया। पुलिस ने सुधीर की शिकायत पर एसआई राजेश, दो अन्य पुलिस कर्मचारियों ,सुनील, अंकुश और संचित के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।