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शिवालिक की पहाड़ियों में भारी बारिश से परेशान ग्रामीण, बाढ़ आने की संभावना, लोगों की बढ़ी चिंता 

हरियाणा।  चार दिन पहले सोम नदी में आई बाढ़ से खानूवाला के लोगों के जख्म अभी भरे भी नहीं थे कि बुधवार रात फिर कुदरत का कहर बरपा। वीरवार की सुबह ग्रामीणों की नींद खुली तो गांव में चारों तरफ बाढ़ का पानी ही पानी नजर आया। स्थिति यह रही कि घरों के आंगन और गलियों में दो से तीन फीट तक पानी भर गया था। गनीमत रही कि दोपहर बाद पानी कम हो गया, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली।

दरअसल, यमुनानगर के साथ लगती शिवालिक की पहाड़ियों में हुई भारी बारिश के बाद दोबारा से सोम नदी उफना गई, जिससे खानूवाला गांव में पानी घुस गया। इससे लोगों को न सिर्फ परेशानी झेलनी पड़ी, बल्कि काफी नुकसान उठाना पड़ा है। दोबारा पानी उतरने के बाद अब ग्रामीणों को फिर से बाढ़ की चिंता सताने लगी है। ग्रामीण गगन, गोलू और अमराव ने बताया कि चार दिन पहले सोम नदी की पटरी टूटी थी, जिस जगह से पटरी टूटी है, वहां से सोम नदी का पानी बाहर निकलकर दोबारा गांव में घुस गया था। इस दौरान किसी भी घर में अनाज कपड़े आदि सुरक्षित नहीं बचे। सब कुछ बाढ़ की भेंट चढ़ गया।

इससे पहले गांव में बाढ़ का पानी घुसने के संबंध में वीरवार की सुबह गुरुद्वारा साहिब से भी अनाउंसमेंट कराई गई। इसके बाद ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। नींद खुली तो गांव में हर तरफ पानी भरा था। खास बात यह है कि कुछ दिन पहले भी गांव में बाढ़ का पानी घुसने से बड़ी संख्या में लोग पलायन कर गए थे। वे एक दिन पहले ही वापस गांव लौटे थे।

पानी निकासी के लिए सड़क काटने की थी तैयारी, पुलिस-प्रशासन ने रोका

ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि पटरी बांधने के लिए मशीनें लगा दी हैं। जल्दी ही पटरी बांध दी जाएगी और अब पानी नहीं आएगा। इसके बावजूद दोबारा गांव में बाढ़ का पानी आने से लोगों में प्रशासन के प्रति आक्रोश है। नाराज लोगों ने बाढ़ के पानी को बाहर निकालने के लिए सड़क उखाड़ने की योजना बनाई। तभी सूचना पर प्रशासन पुलिस फोर्स लेकर गांव में पहुंच गया और ग्रामीणों को समझाया। बताया कि सड़क उखाड़ने से पूरे क्षेत्र का संपर्क कट जाएगा और पानी दूसरे गांवों में भी घुस जाएगा। मौके पर एसडीएम बिलासपुर देवेन्द्र शर्मा ने सभी से बातचीत की और जल्द पटरी बांधने व खानूवाला से मलिकपुर की तरफ बंद पड़ी पुलिया खुलवाने की बात कही।
कृषि मंत्री ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का किया दौरा
छछरौली। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कंवरपाल ने साढौरा विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों खानुवाला व चिंतपुर का दौरा किया। उन्होंने सोम नदी में पानी ज्यादा आने के कारण टूटे तटबंध को ठीक करने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियाें को निर्देश दिए। साथ ही बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए ग्रामीणों को हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया।

उन्होंने कहा कि फसल के नुकसान की भरपाई के लिए बाढ़ प्रभावित खेतों की गिरदावरी कराई गई है। प्रदेश सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है। घरों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करेगी। नदी में दोगुना पानी आने के कारण व बहाव की चौड़ाई कम होने के कारण तटबंध टूट गया है।

क्षतिग्रस्त तटबंध को ठीक करने के लिए दो मशीन लगाई गई है। तीन मशीनें और लगाकर पांच मशीनों द्वारा कल तक मिट्टी का काम पूरा कर लिया जाएगा। मौके पर बिलासपुर के एसडीएम देवेंद्र शर्मा, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता रवि शंकर मित्तल, कार्यकारी अभियंता संदीप कुमार, छछरौली के थाना प्रभारी रोहतास, नायब तहसीलदार आशीष कुमार, बीडीपीओ सचेत मित्तल व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

टांगरी में पहुंचा करीब नौ हजार क्यूसेक पानी, कराई गई मुनादी
अंबाला में टांगरी नदी में अचानक नौ हजार क्यूसेक पानी आने के बाद सतर्कता के लिए पुलिस की ओर से बुधवार की रात आसपास के इलाकों में मुनादी की गई। इसके बाद ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई और पूरी रात उन्होंने जागकर गुजारी। बाढ़ का पानी आबादी में नहीं घुसने पर क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली। बताया जा रहा है कि टांगरी नदी में करीब नौ हजार क्यूसेक पानी पहुंचा था, जबकि 12 हजार से अधिक होने पर ही बाढ़ का खतरा रहता है। फिलहाल टांगरी में पानी कम होकर छह हजार क्यूसेक हो गया है।

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