हरियाणा। अंबाला के नवनिर्वाचित सांसद वरुण चौधरी ने शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता से मुलाकात कर विधायक पद से इस्तीफा सौंपा। वरुण चौधरी मुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक थे।
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में उन्हें अंबाला लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। चुनाव में वरुण ने भाजपा उम्मीदवार बंतो कटारिया को 49 हजार मतों से करारी मात दी। वरुण के इस्तीफा देने के बाद मुलाना विधानसभा सीट पर उपचुनाव नहीं होगा। उपचुनाव के लिए विधानसभा का कार्यकाल एक साल से ज्यादा का होना चाहिए। हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल तीन नवंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में उपचुनाव नहीं होगा।
वरुण के इस्तीफा देने के बाद हरियाणा विधानसभा में सदस्यों की संख्या 87 ही रहेगी। लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सदस्य थे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। कुछ दिन पहले निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद की मौत हो गई थी। इस प्रकार तीन सदस्य कम हो गए थे। इस बीच सीएम नायब सिंह सैनी करनाल विधानसभा से विधायक चुने गए। इससे सदस्यों की संख्या 88 हो गई। शनिवार को वरुण चौधरी के इस्तीफे के बाद सदस्यों की संख्या फिर से 87 पहुंच गई है।