Breaking News
आरजी कर मेडिकल कॉलेज केस – सुरक्षा की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन जारी
एनसीआर में एक्यूआई 250 पार, वायु प्रदूषण बढ़ने के साथ ही ‘ग्रैप’ का पहला चरण हुआ लागू
नायब सिंह सैनी होंगे हरियाणा के नए सीएम, कल लेंगे शपथ
कांग्रेस ने ‘दिल्ली जोड़ो यात्रा’ को किया स्थगित, अब दिवाली के बाद होगी शुरू
सिर्फ मूड ही नहीं सुधारती आइसक्रीम, शरीर और दिमाग पर डालती है खास असर
यूपीसीएल के अस्सी प्रतिशत से अधिक उपभोक्ता कर रहे डिजिटल भुगतान
सीएम धामी को उत्तराखण्ड महोत्सव के लिए किया आमंत्रित
कांग्रेस कमाल की पार्टी, रोने बिसूरने में लगी
विजिलेंस ने स्वास्थ्यकर्मी को रिश्वत लेते पकड़ा

देश में 1.27 लाख करोड़ रुपये की कीमत के बने हथियार, वित्तीय वर्ष में सबसे ज्यादा रक्षा उत्पादन 

मेक इन इंडिया अभियान के तहत यह एक मील का पत्थर – रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 

नई दिल्ली। देश में 2023-24 के वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड रक्षा उत्पादन हुआ है। इस दौरान देश में 1.27 लाख करोड़ रुपये की कीमत के हथियार और रक्षा उपकरण बने हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि यह अब तक का एक वित्तीय वर्ष में सबसे ज्यादा रक्षा उत्पादन है। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया अभियान के तहत यह एक मील का पत्थर है। राजनाथ सिंह ने कहा सरकार भारत को एक शीर्ष वैश्विक रक्षा विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मेक इन इंडिया कार्यक्रम साल दर साल नए मील के पत्थर पार कर रहा है।

भारत ने 2023-24 में रक्षा उत्पादन में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की है। 2023-24 में 1,26,887 करोड़ रुपये का रक्षा उत्पादन हुआ, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 16.8 प्रतिशत ज्यादा है।’ राजनाथ सिंह ने इस उपलब्धि के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा कंपनियों और रक्षा उत्पादों का निर्माण करने वाली निजी क्षेत्र की कंपनियों को बधाई दी। सरकार ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में यह अहम है। सरकार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में देश में रक्षा उत्पादन 1,08,684 करोड़ रुपये का हुआ था। सरकार ने बताया कि 2023-24 में जो कुल रक्षा उत्पादन हुआ है, उसमें से 79.2 प्रतिशत रक्षा उत्पादन सरकारी और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों द्वारा किया गया है। वहीं 20 प्रतिशत उत्पादन निजी कंपनियों द्वारा किया गया है।

सरकार के बयान के अनुसार, बीते 10 वर्षों में सरकारी नीतियों और रक्षा उत्पादन क्षेत्र में लाए गए सुधारों के चलते यह उपलब्धि हासिल हुई है। गौरतलब है कि 2023-24 में भारत का रक्षा निर्यात भी बढ़ा है और इस वित्तीय वर्ष में ये 21,083 करोड़ रुपये रहा। वित्तीय वर्ष 2022-23 की तुलना में यह 32 प्रतिशत ज्यादा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top