नई दिल्ली । बजट से पहले करीब 7 करोड़ पीएफ मेंबर्स के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने बताया कि बढ़ी ब्याज दरों को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही वित्त मंत्रालय ने ये भी बताया कि ईपीएफओ ने पहले ही 8.25त्न प्रति वर्ष की दर से दावों का निपटान शुरू कर दिया है। ब्याज दर की गणना के डेट और इक्विटी इन्वेस्टमेंट से आय के आधार पर की जाती है।
ईपीएफओ ने पिछले वर्ष की 8.15त्न की दर से 2023-24 के लिए ब्याज दर बढ़ाकर 8.25त्न कर दी। ईपीएफओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए कहा कि ईपीएफ सदस्यों के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 8.25त्न की ब्याज दर सरकार द्वारा मई 2024 में नोटिफाई कर दिया गया है। अब सिर्फ कर्मचारियों को पीएफ का ब्याज अकाउंट में क्रेडिट होने का इंतजार है।
शीर्ष निर्णय लेने वाले निकाय सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने फरवरी में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पीएफ पर ब्याज बढ़ाने का ऐलान किया था। पीएफ के ब्याज को 8.15 प्रतिशत सालाना से बढ़ाकर 8.25 प्रतिशत करने का फैसला किया था। सीबीटी के फैसले के बाद 2023-24 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर को सहमति के लिए वित्त मंत्रालय को भेजा गया था, जिसे अब मंजूरी दी जा चुकी है।
मिनिस्ट्री ने कहा कि नोटिफाई होने के बाद संशोधित दरों पर ब्याज का भुगतान वर्तमान और निवर्तमान सदस्यों को उनके अंतिम क्कस्न निपटान में किया जा रहा है। इसे देखते हुए, 23,04,516 दावों का निपटान किया गया है और सदस्यों को 8.25त्न प्रति वर्ष की दर से घोषित नवीनतम ब्याज दर सहित 9260,40,35,488 रुपये की राशि वितरित की गई है।