हरियाणा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में नौकरी लगवाने के नाम पर एक युवक से तीन लाख रुपये ठग लिये। यह आरोप और किसी पर नहीं बल्कि डीआरडीओ दिल्ली में कार्यरत एक कर्मचारी पर लगा है। पीड़ित युवक ने शहर थाना पुलिस में शिकायत देकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
अराईपुरा गांव निवासी नितिन राणा ने शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह घरौंडा में सेकंड हैंड गाड़ियों को खरीदने व बेचने का काम करता है। उसके पास रवि शर्मा का संपर्क पहले से था क्योंकि रवि के पिता सतपाल शर्मा को वह पिछले 18-20 सालों से जानते थे और घर जाना-जाना था। रवि शर्मा ने उसे एक दिन पूछा कि नितिन तू क्या कर रहा है। उसने उसे अपने गाड़ियों के काम के बारे में बताया।
फिर उसने उसे कहा कि वह उसे डीआरडीओ दिल्ली में ठेकेदारी बेस पर पांच साल के लिए नौकरी लगवा सकता है और इस काम के लिए पहले उसे पांच लाख रुपये देने होंगे। पीड़ित ने बताया कि आरोपी डीआरडीओ दिल्ली में कार्यरत था तो उसने उसकी बातों पर विश्वास कर लिया। उसने उससे काम करने के नाम पर एक बार दो लाख और एक बार एक लाख ले लिये लेकिन आरोपी ने उसे अभी तक न तो नौकरी लगवाया और न ही उसके रुपये वापस लौटाए। उसने आरोपी के बारे में पता किया तो वह अपने घर से फरार मिला। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
आरोपी ने उससे लिए सारे दस्तावेज
पीड़ित नितिन राणा ने बताया कि आरोपी ने उससे सारे असली दस्तावेज जैसे 10वीं-12वीं, बीए, आधार कार्ड, बैंक डिटेल इत्यादि की सारी जानकारी ले ली और उसे कहा कि वह जल्द ही उसे डीआरडीओ में नौकरी लगवा देगा। पीड़ित ने बताया कि यह सारे दस्तावेज उसने रवि शर्मा के घर बहादुर सिंह कॉलोनी करनाल में आकर दिए। उसी दौरान उसने उससे दो लाख रुपये की मांग की। उसने उसे दो लाख भी दे दिए। फिर उसने जल्द ही ज्वाइनिंग लेटर देने की बात कही।
एक माह बाद फोन किया तो काट दिया
पीड़ित ने बताया कि रवि ने उससे एक माह बाद ज्वाइनिंग लेटर देने की बात कही थी तो एक माह बीतने के बाद उसने रवि को फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया। तभी रवि ने उसके व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर कहा कि 10 मिनट में फोन करता हूं लेकिन एक घंटे तक उसका कोई फोन नहीं आया तो उसने फिर से फोन किया लेकिन उसका नंबर बंद मिला। इसके बाद उसने उसके पिता के नंबर पर फोन किया और उससे बातचीत की उसने उस समय दो दिन बाद का आश्वासन दिया।
फर्जी लेटर देकर एक लाख और ठगे
पीड़ित ने बताया कि आरोपी ने उसे एक ईमेल से भेजी और जिसमें एक ज्वाइनिंग डीआरडीओ घरौंडा के नाम से आई। उसने रवि से फोन कर इसकी जानकारी लेनी चाही तो उसने उससे एक लाख रुपये की और डिमांड कर दी और कहा कि जब तक वह रुपये नहीं देगा तो डीआरडीओ दिल्ली वाले उसका ज्वाइंनिंग लेटर यहां से नहीं भेजेंगे तो उसने उसे एक लाख रुपये और ऑनलाइन भेज दिए।