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अटल भूजल योजना- 36 ब्लाॅकों की 1656 पंचायतों में 3312 यूथ एंबेसडर बनाए जाएँगे 

हरियाणा। 14 जिलों में भूजल स्तर तेजी से धरा में समा रहा है। भूजल के गिरते स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए अटल भूजल योजना के तहत 36 ब्लाॅकों की 1656 पंचायतों में अब 3312 यूथ एंबेसडर बनाए जाने हैं। इसकी शुरूआत भी हो चुकी है। यूथ एंबेसडर बनाने में यमुनानगर पहले स्थान पर है। यहां की 251 पंचायतों में 500 यूथ एंबेसडर (लड़का-लड़की) बनाए जा चुके हैं।

जबकि फतेहाबाद 93 बनाकर दूसरे स्थान पर है। कैथल 40, भिवानी 34, चरखी दादरी 32 तथा पानीपत 29 यूथ एंबेसडर बनाकर फिसड्डी है। जबकि कई जिलों ने यूथ एंबेसडर बनाने में कोई रुचि नहीं दिखाई। ये यूथ एंबेसडर स्कूल, कॉलेज व अन्य संस्थानों में जाकर विद्यार्थियों और बच्चों को पानी को बचाने के लिए जागरूक करेंगे। इससे पहले इन सभी एंबेसडरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। बता दें इससे पहले अटल भूजल योजना के तहत ही भूजल सहेली भी इन पंचायतों में बनाई जा चुकी हैं जो ग्रामीणों को जल संरक्षण के लिए जागरूक कर रही हैं। संवाद

अटल भूजल योजना के अनुसार हरियाणा के 14 जिले हैं। इनमें यमुनानगर, फतेहाबाद, कैथल, भिवानी, चरखी दादरी, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद, रेवाड़ी, गुरुग्राम, पलवल, सिरसा व महेंद्रगढ़ शामिल हैं। इन जिलों में भूजल स्तर तेजी से घट रहा है, इनमें कई जिले तो ऐसे हैं जहां भूजल स्तर 200 से 270 फीट तक है। वहीं यमुनानगर में अटल भूजल शाखा की रिपोर्ट के अनुसार जिले के ब्लॉक जगाधरी, सरस्वती नगर, साढौरा व रादौर के 251 पंचायतों में गांवों में भूजल स्तर लगातार गिर रहा है। इन गांवों में हर साल दो से तीन फीट लेवल नीचे खिसक रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार साल 2002 में 40 फीट, 2022 में 87, 2047 में 146 और 2100 में 271 फीट (भूजल गहराई की स्थिति) चौवा की स्थिति बना सकती है।

यमुनानगर के इन खंडों की पंचायतों में गिर रहा भूजल
खंड जगाधरी की पंचायतें :-जगाधरी की जिन पंचायतों में भूजल स्तर गिर रहा है। उनमें अहलुवाला, अकालगढ़, अमादलपुर, बहादुरपुर, भोगपुर, भोजपुर, बीबीपुर, दामला, दड़वा माजरी, दौलतपुर जागीर, दयालगढ़, धौड़ंग, दूधला, दुसानी, फतेहपुर-123, गलौली, घोडों, गोलनपुर, हाफिजपुर, हरियाबांस, हरीपुर जट्टान, हरीपुर कांबोयान शाामिल है। इसके अलावा हरनौल, ईस्सरपुर, जयपुर, जिंझरों, कैल, कायमपुर, कैत, कलानौर, खेड़ा खुर्द-2, खाटवाला, खजूरी, खुंडेवाला, खुर्दी, कुंजल कंबोयान, लापरा, महलांवाली, मलीमाजरा, मंडी, मंडौली, मुकारमपुर, नगला जागीर, नागल, नाहरपुर, नयागांव शामिल है। वहीं पंजोपुर, रामपुर माजरा, रतनगढ़, रोड छप्पर, रोहलाखेड़ी, सबापुर, साबापुर, सुडैल, सुढल, सूघ, सुखपुरा, टापू कमालपुर, टापू माजरी, तिगरा, तिगरी और टोडरपुर शामिल हैं।

खंड रादौर की पंचायतें
रादौर की जिन पंचायतों में भूजल स्तर गिर रहा है। उनमें अलाहर, अलीपुरा, अमलोहा, अंटावा, बैंडी, बकाना, भपौली, बेरखेड़ी, बरसान, बसंतपुरा, भागू माजरा, भगवानगढ़, बुबका, चमरौड़ी, छारी, दौलतपुर, धानूपुरा, डोहली, डोहपुरा, फतेहगढ़, घेसपुर, घिलौर, गुमथला, हड़तान शामिल हैं। इसके अलावा हिरण छप्पर, ईस्मैलपुर, जठलाना, जगुड़ी, झिंवरेहड़ी, जुब्बल, कंडरौली, कांजनू, खेड़ा एमटी, करतारपुर, खजूरी, खेड़ी लक्खा सिंह, खेड़की ब्राह्मण, लकसीबांस, लाल छप्पर, मधुबांस, मंधार, मंसूरपुर, मसाना रागड़ान, मोहड़ी, नाचरौन, नागल, नगला सड़ान, पलाका, पाल्लेवाला, पासीडेरा, पौटली, पूर्णगढ़, रादौरी, रजहेड़ी, रपरी, रतनगढ़, सढूरा, सागिरी, संधाला, संधाली, सांगीपुर, सतगौली, सिंकदरा, सिल्लीकलां, सिल्लीखुर्द, टस्का खेदर, टोपराकलां और उन्हेड़ी शामिल हैं।

खंड साढौरा की पंचायतें
साढौरा की जिन पंचायतों में भूजल स्तर गिर रहा है। उनमें असगरपुर, बकाला, भौलीवाला, बुर्ज जमनावाला, फैजलपुर, फिरोजपुर राईयां, गलौरी, हवेली, इस्लाम नगर, ईस्मैलपुर, जफ्फरपुर जफरी, झंडा, कल्याणपुर अंटारी, कनिपला, कप्तान माजरी, कोटला, लाहड़पुर, महमदपुर, मिर्जापुर, नन्हेड़ी, नौसेरा, नया गांव, पहाड़ीपुर, पाड़ो, पीरभोली, राजपुर, रामपुर राइंया, रसूलपुर, रटौली, रतहौली, रत्तुवाला, साबापुर, साढौरा नदीपार, सादिकपुर, सैधुपर, स्लेहपुर, संगौली, सरावां, शामपुर, ठसका, टोडरपुर और उधमगढ़ शामिल हैं।

खंड सरस्वतीनगर की पंचायतें
साढौरा की जिन पंचायतों में भूजल स्तर गिर रहा है। उनमें अकालगढ़ का माजरा, अकबरपुर, अंबली, बदनपुरी, बालछप्पर, भगवानपुर, भंभौल, भंभौली, भोगपुर, भूरे का माजरा, बीड़ बल्सुआ, दराजपुर, दौलतपुर मलियां, फरीदपुर, फतेहपुर-448, गधौला, गधौली 437, गंदापुरा, घड़ीगोसाई, घड़ी सिंकदरा, गोलनी, गुगलों, गुंदियाना, गुंदियानी, हंगोली, हसनपुर, हुडियो, जागधौली, जनक का माजरा, झाड़ चंदना, काबूलपुर शामिल है। इसके अलावा कलानौर, खेड़ी कलां, खेड़ी खुर्द, कांजीबास, खेड़ी दर्शन सिंह, कूलपुर, कोतरखाना, कुलचंदु, लंडौरा, लवाना, लवानी, मघ्घरपुर, महेशवाड़ी, मालीमाजरा, मंसूरपुर, मसाना जट्टान, मेहमदपुर शामिल है। मुस्तफाबाद, नगला जागीर, नगला खालसा, नमदारपुर, पिंजौरी, पिंजौरा, रजपुरा, रामगढ़, रपौली, सबलपुर, सबीलपुर जट्टान, साबापुरा, सारन, सताड़ी, सियालबा, सुल्तानपुर, तलाकौर, तपड़ापुर, टेही हरिजन, टोपरा खुर्द और ऊंचा चंदना शामिल है।

अधिकारी के अनुसार
अटल भूजल योजना के तहत यूथ एंबेसडर बनाए जा रहे हैं। 14 जिलों में यमुनानगर ने सबसे पहले 500 यूथ एंबेसडर बनाए हैं जबकि कई जिलों में अभी कार्य शुरू हुआ तो कुछ का खाता भी नहीं खुला है। यह यूथ नौवीं कक्षा से ऊपर की कक्षाओं हैं जो प्रशिक्षण लेकर स्कूल, कॉलेज व अन्य संस्थानों में जाकर भूजल बचाने के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। -भूपेंद्र सिंह, आईईसी विशेषज्ञ अटल भूजल योजना।

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